hi_ezk_tn/07/10.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्य जानकारी।",
"body": "ये इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा के वचन हैं।"
},
{
"title": "देखो।",
"body": "देखो \"या\" सुनो \"या\" जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ उस पर ध्यान दें।"
},
{
"title": "वह दिन आता है।",
"body": "तुम्हारी सजा का दिन आ रहा है।"
},
{
"title": "चक्र घूम चुका।",
"body": "अर्थात आपदाँए इस्राएल में आने लगी है \"या\" भयानक चीजें होने लगी हैं। "
},
{
"title": "छड़ी फूल चुकी, अभिमान फूला है।",
"body": "छड़ी पर एक फूल बड़ना शुरू हो गया और वह गर्व के साथ बड़ा हो गया है। यहाँ पे छड़ी या तो इस्राएल को या उपद्रव को दर्षाती है। इस्राएल के लोग बहुत गर्व से बढ़ गए हैं \"या\" इस्राएल के लोग बहुत उपद्रवीं और बहुत गर्व से बढ़ गए हैं।"
},
{
"title": "उपद्रव बढ़ते-बढ़ते दुष्टता का दण्ड बन गया।",
"body": "लोगों के उपद्रव ने उन्हें और दुष्ट काम करने के लिए प्रेरित किया है।"
}
]