hi_ezk_tn/01/17.txt

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Plaintext

[
{
"title": "जोड़नेवाला वाक्या।",
"body": "यहेजकेल ने अपने दर्शन का वर्णन करना जा़री रखा।"
},
{
"title": "चलते समय वे अपनी चारों ओर चल सकते थे*, और चलने में मुड़ते नहीं थे।",
"body": "पहिये उन चार दिशाओं में जाने में सक्षम थे जिन दिशाओं के सामने जीवों ने मुँख किया था"
},
{
"title": "उन चारों पहियों के घेरे।",
"body": " पहियों के घेरे के इस तरह दिखते है।"
},
{
"title": "बहुत बड़े और डरावने।",
"body": "घेरे बहुत ऊँचे और डरा देने वाले थे ।"
},
{
"title": "उनके घेरों में चारों ओर आँखें ही आँखें भरी हुई थीं। ",
"body": "क्योंकि घेरों के चारों पहियों के चारों ओर बहुत सी आँखें थीं।"
}
]