hi_ezk_tn/01/07.txt

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Plaintext

[
{
"title": "जोड़ने वाला वाक्य",
"body": "यहेजकेल ने अपने दर्शन का वर्णन करना जा़री रखा।"
},
{
"title": "उनके पाँवों के तलवे बछड़ों के खुरों के से थे।",
"body": "लेकिन उनके पाँव बछड़ों के खुरों के समान थे।"
},
{
"title": "बछड़ों के खुर।",
"body": "बछड़े के पाँव का कठोर भाग।"
},
{
"title": "वे झलकाए हुए पीतल के समान चमकते थे।",
"body": "वह इस प्रकार चमकते थे जैसे कोई पीतल को झलकायाँ गया हो। यह उस जीवधारी के पावों का वर्णन करता है। अत: और वे झलकाए हुए पीतल समान समकते थे।"
},
{
"title": "चारों ओर पर।",
"body": "उनके शरीर के चारों तरफ।"
},
{
"title": "उन चारों के मुख और पंख इस प्रकार के थे।",
"body": "उन चारों जीवधारीयों के लिए, उनके पंख और उनकऱ मुख इस प्रकार थे।"
},
{
"title": "वे मुड़ते नहीं थे।",
"body": "और वे जीवधारी मुड़ते नहीं थे जैसे वे चलते थे।"
}
]