From f83a24bb00d824563f0a5e3e79a226a7f953896d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: mathewrohit Date: Sun, 21 Jun 2020 19:41:02 +0530 Subject: [PATCH] Sun Jun 21 2020 19:41:01 GMT+0530 (India Standard Time) --- 37/24.txt | 2 +- 37/26.txt | 14 +++++++------- manifest.json | 5 ++++- 3 files changed, 12 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/37/24.txt b/37/24.txt index adf5f16..3e9f251 100644 --- a/37/24.txt +++ b/37/24.txt @@ -29,6 +29,6 @@ }, { "title": "प्रधान।", - "body": "राजा का बेटा “या“ राजा को छोड़कर शाही परिवार का हर पुरुष सदस्य।" + "body": "राजा।" } ] \ No newline at end of file diff --git a/37/26.txt b/37/26.txt index ed57a62..f6c5da4 100644 --- a/37/26.txt +++ b/37/26.txt @@ -5,7 +5,7 @@ }, { "title": "मैं उनके साथ एक वाचा बाँधूँगा।", - "body": "अत: \"मैं स्‍थिर करूँगा\"" + "body": " \"मैं स्‍थिर करूँगा\"।" }, { "title": " शान्ति की वाचा।", @@ -13,7 +13,7 @@ }, { "title": "मैं उन्हें स्थान देकर गिनती में बढ़ाऊँगा।", - "body": "अत: मैं उन्हें इस्राएल की भूमि में स्थापित करूंगा।" + "body": " मैं उन्हें इस्राएल की भूमि में स्थापित करूंगा।" }, { "title": "गिनती में बढ़ाऊँगा।", @@ -21,11 +21,11 @@ }, { "title": "अपना पवित्रस्‍थान।", - "body": "अत: मेरा पवित्रस्‍थान \"या\" मेरा मंदिर।" + "body": " मेरा पवित्रस्‍थान \"या\" मेरा मंदिर।" }, { "title": "मेरे निवास का तम्बू।", - "body": "अत: जहाँ मैं रहता हूँ।" + "body": " जहाँ मैं रहता हूँ।" }, { "title": "मैं उनका परमेश्‍वर हूँगा, और वे मेरी प्रजा होंगे।", @@ -33,14 +33,14 @@ }, { "title": "जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ।", - "body": "यह समझो कि मैं यहोवा हूं, एक सच्चा परमेश्‍वर है।" + "body": "यह समझो कि मैं यहोवा हूं, एक सच्चा परमेश्‍वर।" }, { "title": "मेरा पवित्रस्‍थान।", - "body": "अत: मेरा पवित्रस्‍थान \"या\" मेरा मंदिर।" + "body": " मेरा पवित्रस्‍थान \"या\" मेरा मंदिर।" }, { "title": "उनके बीच।", - "body": "अत: उन लोगो के बीच" + "body": " उन लोगो के बीच।" } ] \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 5a01ce3..d01566f 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -492,6 +492,9 @@ "37-13", "37-15", "37-18", - "37-21" + "37-21", + "37-24", + "37-26", + "38-title" ] } \ No newline at end of file