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mathewrohit 2020-06-20 09:40:39 +05:30
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},
{
"title": "हम उसके कारण नाश हुए जाते हैं।",
"body": "अत: वे हमें नष्ट कर रहे हैं \"या\" वे हमें मार रहे हैं।"
"body": "वे हमें नष्ट कर रहे हैं \"या\" वे हमें मार रहे हैं।"
},
{
"title": "उसके कारण।",
"body": "इसका अर्थ यह है कि लोग जानते है की परमेश्‍वर उन्‍हे माफ नही करेगा। अत: उन्‍ही के कारण।"
"body": "इसका अर्थ यह है कि लोग जानते है की परमेश्‍वर उन्‍हे माफ नही करेगा। उन्‍ही के कारण।"
},
{
"title": "हम कैसे जीवित रहें?",
"body": "अत: हमें जीने की कोई उम्मीद नहीं है \"या\" हम ज़रूर मर जाएंगे।"
"body": " हमें जीने की कोई उम्मीद नहीं है \"या\" हम ज़रूर मर जाएंगे।"
},
{
"title": "मेरे जीवन की सौगन्ध।",
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},
{
"title": "परमेश्‍वर यहोवा की यह वाणी है।",
"body": "याहवे अपने बारे में ऐसे बोल रहा है जैसे वह कोई अन्‍य व्यक्ति हो। अत: मैं, प्रभु यहोवा, यह घोषणा कर रहा हूं।"
"body": "यहोवा अपने बारे में ऐसे बोल रहा है जैसे वह कोई अन्‍य व्यक्ति हो। मैं, प्रभु यहोवा, यह घोषणा कर रहा हूं।"
},
{
"title": "यदि दुष्ट अपने मार्ग से फिरे।",
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},
{
"title": "तुम क्यों मरो?",
"body": "यहोवा इस प्रशन का उपयोग इस बात पर जोर देने के लिए करता है वह नही चाहता की इस्राएल के लोग मरे। अत: मृत्यु को मत चुनो।"
"body": "यहोवा इस प्रशन का उपयोग इस बात पर जोर देने के लिए करता है वह नही चाहता की इस्राएल के लोग मरे। मृत्यु को मत चुनो।"
}
]

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@ -5,7 +5,7 @@
},
{
"title": "जब धर्मी जन अपराध करे तब उसकी धार्मिकता उसे बचा न सकेगी।",
"body": "अत: अगर धर्मी लोग पाप करना शुरू करते हैं, तो यह तथ्य निकलता है कि पहले वे धर्मी थे उनकी पहली धार्मिकता उन्‍हे नहीं बचाएगी।"
"body": "अगर धर्मी लोग पाप करना शुरू करते हैं, तो यह तथ्य निकलता है कि पहले वे धर्मी थे उनकी पहली धार्मिकता उन्‍हे नहीं बचाएगी।"
},
{
"title": "यदि वह अपनी धार्मिकता पर भरोसा करे।",

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@ -436,6 +436,8 @@
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"33-01",
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"33-07"
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