diff --git a/32/31.txt b/32/31.txt index d6cad81..f23bdcc 100644 --- a/32/31.txt +++ b/32/31.txt @@ -1,19 +1,19 @@ [ { "title": "इन्हें देखकर फ़िरौन भी।", - "body": "अत: फिरौन अन्य देशों के सभी मृत लोगों को देखेगा।" + "body": " फिरौन अन्य देशों के सभी मृत लोगों को देखेगा।" }, { "title": "अपनी सारी भीड़ के विषय में शान्ति पाएगा।", - "body": "अत: और खुद को तसल्ली देगा कि वह अकेला राजा नहीं था जिसकी पूरी सेना मर गई थी।" + "body": "और खुद को तसल्ली देगा कि वह अकेला राजा नहीं था जिसकी पूरी सेना मर गई थी।" }, { "title": "जो तलवार से मारी गई है।", - "body": "अत: जिनको दुश्मनों ने तलवारों से मार दिया था \"या\" जो युद्ध में मारे गए थे।" + "body": " जिनको दुश्मनों ने तलवारों से मार दिया था \"या\" जो युद्ध में मारे गए थे।" }, { "title": "परमेश्‍वर यहोवा की यही वाणी है।", - "body": "यहोवा अपने बारे में ऐसे बोल रहा है जैसे वह कोई अन्‍य व्यक्ति हो। अत: मैं, प्रभु यहोवा, यह घोषणा कर रहा हूं।" + "body": "यहोवा अपने बारे में ऐसे बोल रहा है जैसे वह कोई अन्‍य व्यक्ति हो। मैं, प्रभु यहोवा, यह घोषणा कर रहा हूं।" }, { "title": "मैंने उसके कारण जीवनलोक में भय उपजाया था।", diff --git a/33/01.txt b/33/01.txt index 5e0c72b..41988e8 100644 --- a/33/01.txt +++ b/33/01.txt @@ -5,7 +5,7 @@ }, { "title": "मनुष्य के सन्तान।", - "body": "इनसान का पुत्र या मानवता का पुत्र। परमेश्‍वर ने यहेयकेल को बुलाया कि वह इस बात पर जोर दे कि वह एक इनसान है। परमेश्‍वर सरवसक्‍तिमान और हमेशा के लिए है लेकिन मनुष्‍य नही। अत: मनुष्‍य।" + "body": "इनसान का पुत्र या मानवता का पुत्र। परमेश्‍वर ने यहेयकेल को बुलाया कि वह इस बात पर जोर दे कि वह एक इनसान है। परमेश्‍वर सरवसक्‍तिमान और हमेशा के लिए है लेकिन मनुष्‍य नही। मनुष्‍य।" }, { "title": " किसी देश पर तलवार चलाने लगूँ।", @@ -21,6 +21,6 @@ }, { "title": "उसका खून उसी के सिर पड़ेगा।", - "body": "अत: यह उनकी अपनी गलती है अगर वे मर जाते हैं।" + "body": " यह उनकी अपनी गलती है अगर वे मर जाते हैं।" } ] \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 633cbd2..2fc23b1 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -431,6 +431,9 @@ "32-24", "32-26", "32-28", - "32-30" + "32-30", + "32-31", + "33-title", + "33-01" ] } \ No newline at end of file