hi_ecc_tn/03/21.txt

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Plaintext

[
{
"title": " मनुष्य का प्राण ऊपर की ओर चढ़ता है ... जाकर मिट्टी में मिल जाता है? ",
"body": "लेखक यह दावा कर रहा है कि जानवरों में आत्मा होती है अर्थात् “कोई नहीं जानता कि क्या आत्मा ... पृथ्वी में।“"
},
{
"title": " इससे अधिक कुछ अच्छा नहीं कि मनुष्य अपने कामों में आनन्दित रहे।",
"body": "लेखक किसी के काम का आनंद लेने के अभ्यास पर जोर दे रहा है, न कि किसी के काम का आनंद लेने के तरीके के बारे में बौद्धिक ज्ञान।\n"
},
{
"title": "कौन उसके पीछे ...उसको लौटा लाएगा?",
"body": "मृतकों में से किसी मनुष्य या जानवर को किसी ने नहीं उठाया अर्थात् “कोई भी नहीं ला सकता ... उसके बाद।"
}
]