hi_ecc_tn/09/16.txt

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Plaintext

[
{
"title": " दरिद्र की बुद्धि तुच्छ समझी जाती है। ",
"body": "जब से वह गरीब पुरुष था इसलिए लोग उस पुरुष की बुद्धि की कदर नहीं करते थे, न ही उसकी बुद्धि की प्रशंसा करते थे। अर्थात् “लोग गरीब पुरुष की बुद्धि को तुच्छ समझते हैं।“"
},
{
"title": "उसका वचन कोई नहीं सुनता।",
"body": "उन लोगों ने उसे सुनना बंद कर दिया अर्थात् वह जो कहते हैं उसे नहीं सुनते या वे उसकी सलाह नहीं लेते हैं"
}
]