hi_ecc_tn/11/01.txt

26 lines
1.9 KiB
Plaintext

[
{
"title": "अपनी रोटी जल के ऊपर डाल दे, क्योंकि बहुत दिन के बाद तू उसे फिर पाएगा।",
"body": "संभावित अर्थ हैं कि एक मनुष्य को अपनी संपत्ति के साथ उदार होना चाहिए और फिर दूसरों से उदारता से प्राप्त करना चाहिए।"
},
{
"title": "सात वरन् आठ जनों को भी भाग दे।",
"body": "संभावित अर्थ 1 हैं) कई लोगों के साथ अपनी संपत्ति साझा करने के लिए, या 2) अपने संसाधनों को कई स्थानों पर निवेश करने के लिए।"
},
{
"title": "सात वरन् आठ",
"body": "\"7, यहां तक कि 8\" या \"कई\""
},
{
"title": " पृथ्वी पर क्यायहाँ वाक्यांश \"पृथ्वी पर\" का अर्थ है \"दुनिया में\" या \"समाज में।\" विपत्ति आ पड़ेगी।",
"body": "यहाँ वाक्यांश \"पृथ्वी पर\" का अर्थ है \"दुनिया में\" या \"समाज में।\""
},
{
"title": " तब उसको भूमि पर उण्डेल देते हैं।",
"body": "यहाँ वाक्यांश \"पृथ्वी पर\" का अर्थ है \"जमीन पर।\""
},
{
"title": " वृक्ष चाहे दक्षिण की ओर गिरे या उत्तर की ओर।",
"body": "\"किसी भी दिशा में\""
}
]