hi_ecc_tn/02/13.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उजियाला अंधियारे से जितना उत्तम है, उतना बुद्धि भी मूर्खता से उत्तम है।",
"body": "मूर्खता से बेहतर उसकी बुद्धि है, जैसे प्रकाश अंधेरे से बेहतर है।"
},
{
"title": "जो बुद्धिमान है, उसके सिर में आँखें रहती हैं, परन्तु मूर्ख अंधियारे में चलता है।",
"body": "\"बुद्धिमान व्यक्ति उस मनुष्य की तरह है जो अपनी आँखों का उपयोग करके देखता है कि वह कहाँ जा रहा है\""
},
{
"title": "उसके सिर में आँखें रहती हैं।",
"body": " \"देख सकते हैं\""
},
{
"title": "मूर्ख अंधियारे में चलता है।",
"body": " \"मूर्ख उस मनुष्य की तरह है जो अंधेरे में चलता है\""
}
]