hi_ecc_tn/01/07.txt

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Plaintext

[
{
"title": "समान्‍य जानकारी",
"body": "लेखक का प्राकृतिक क्रम बताना जारी है।"
},
{
"title": "सब बातें परिश्रम से भरी हैं।",
"body": "सब बातें परिश्रम से भरी होने मे कारन मनुष्य को थकाऊ हो जाता है। “सारा काम बोज लगने लगता है”"
},
{
"title": "न तो आँखें देखने से तृप्त होती हैं।",
"body": "“एक मनुष्य अपनी आँखों से देखकर संतुष्ट नहीं होता है।“"
},
{
"title": "न कान सुनने से भरते हैं।",
"body": "“जो मनुष्‍य के कान सुनते है वह उसको संतुष्‍ट नही करते”"
}
]