hi_deu_tn/07/25.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्य जानकारी",
"body": "मुसा इस्राएली लोगो से यहोवा परमेश्वर के वचन कहना जारी रखता है।"
},
{
"title": "तुम आग में जला देना",
"body": "यह एक आज्ञा है।"
},
{
"title": "उनके देवताओं",
"body": "“अन्य देशों के देवी देवताओं”।"
},
{
"title": "लालच करके न ले ... तू उसके कारण फंदे में फंसेगा",
"body": "वे शब्दों में निर्देश सम्मलित है कि मूर्तीयों को जला देना। "
},
{
"title": "नहीं तो तू उसके कारण फंदे में फंसेगा",
"body": "उनकी मूर्तीयों की उपासना का आरंभ उन पर सोना यां चाँदी ने ले रखी है। ऐसा करने के द्वारा वेह पशु सरीके बन गए जो ज़ाल में फंस गए। यह वर्णन प्रभावशाली दशा में हो सकता है। “यह तुम्हारे लिय फंदा बन जाएगा”।"
},
{
"title": "क्योंकि ऐसी वस्तुएँ तुम्हारे परमेश्‍वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं",
"body": "क्यो इन शब्दों से यहोवा परमेश्वर चाहता है कि लोग मूर्तीयों को जला दें। “ऐसा करो क्योंकि यहोवा तुम्हारे परमेश्वर को इनसे सख्त घृणा है”।"
},
{
"title": "उससे घृणा करना और उसे कदापि न चाहना",
"body": "यह जो शब्द “तुच्छ जानना” और “घृणा करना” इनका आरंभिक अर्थ एक समान है और विरोद्धता की उग्रता पर दिया गया है। ”तुम संपूर्ण घृणा करोगे”।"
},
{
"title": "क्योंकि वह अशुद्ध वस्तु है",
"body": "“यहोवा परमेश्वर ने उन्हें शारीरिक व मानसिक विनाश के अलग कर दिया है”।"
}
]