hi_deu_tn/33/23.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्य जानकारी",
"body": "मुसा इस्राएल के कबीलों को आशिष देना लगातार जारी रखता है।वह छोटी कविताओं के रूप में आशिषें बोलता है। वह नप्ताली के गोत्र से करता है मानो वह एक पुरुष थे।"
},
{
"title": "प्रसन्नता से तृप्त",
"body": "जिसके पास सब भली वस्तुएं है क्योंकि यहोवा उसके आनन्द के साथ है।"
},
{
"title": "उसकी आशीष से भरपूर है",
"body": "यहोवा ने उसे आशिषत किया है ताकि उसके पास वोह सब हो जो उसकी आवश्यक्ताएं है।"
},
{
"title": "अधिकारी हो",
"body": "मुसा ऐसे बात करता है कि नप्ताली का गोत्र एक मनुष्य हो। वोह सारे शब्द एक वचन है।"
},
{
"title": "पश्चिम और दक्षिण के देश ",
"body": "यह गलील झील के चारों ओर की भुमि को दर्शाता है।"
}
]