30 lines
1.6 KiB
Plaintext
30 lines
1.6 KiB
Plaintext
[
|
|
{
|
|
"title": "सामान्य जानकारी",
|
|
"body": "मुसा इस्राएल के कबोलों को आशिष देना जारी रखता है।वह छोटी कविताओं के रूप में आशिषें बोलता है। वह लगातार यूसफ के गोत्र का वर्णन जारी रखता है जो व्यवस्था विवरण 33:13 में आरंभ किया।"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "उगाए उगते हैं",
|
|
"body": "व्यवस्था विवरण 33:13 में अनुवादित है।"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "सूर्य के पकाए हुए अनमोल फल",
|
|
"body": "उत्तम फसल के साथ जिसे बढ़ाने का कारण सुर्य है"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "जो अनमोल पदार्थ मौसम के उगाए उगते हैं",
|
|
"body": "उत्तम फसल के साथ कि ऋतुओं में बढ़े।"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "उत्तम पदार्थ … अनमोल पदार्थ ",
|
|
"body": "एक अच्छा फल … एक बहमुल्य फल।"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "प्राचीन पहाड़ों",
|
|
"body": "पहाड़ जो लम्बी अव्धि से अस्तितव में थे।"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "सनातन पहाड़ियों",
|
|
"body": "वह पहाड़ियां जो सर्वदा बनी रहेंगी।"
|
|
}
|
|
] |