hi_deu_tn/02/24.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्य जानकारी ",
"body": "लेखक ने पृष्ठभूमि की जानकारी देना बंद करके अब फिर से वो बात कर रहा है जिसे मूसा ने इस्राएल के लोगों से कहा।"
},
{
"title": "अब तुम लोग उठकर ",
"body": "अब जाओ"
},
{
"title": "कूच करो",
"body": "अपनी यात्रा जारी रखो"
},
{
"title": "अर्नोन के नाले",
"body": "यह अर्नोन की नदी का नाम है"
},
{
"title": "मैं …तेरे हाथ में कर देता हूँ",
"body": "मैं तुम्हें उनको हराने की शक्ति देता हूँ"
},
{
"title": "तेरे हाथ…अपने अधिकार में लेना आरम्भ करो…युद्ध छेड़ दो…तेरे कारण डर…तेरा समाचार पाकर तेरे डर के मारे",
"body": "मूसा इस्राएल के लोगों से ऐसे बात करता है जैसे वे एक ही व्यक्ति हो। "
},
{
"title": "उस राजा से युद्ध छेड़ दो",
"body": "उसके और उसकी सेना के विरूद्ध युद्ध छेड़ दो"
},
{
"title": "डर और थरथराहट",
"body": "एक डरावना भय"
},
{
"title": "जितने लोग धरती पर रहते हैं ",
"body": "हर देश के लोग "
},
{
"title": "डर के मारे काँपेंगे",
"body": "डर के कारण कापेंगे"
}
]