hi_2ki_tn/11/01.txt

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Plaintext

[
{
"title": "अतल्याह...यहोशेबा...योआश ",
"body": "योआश पुरुष का नाम है और अतल्याह, यहोशेबा दोनो औरतों के नाम है।"
},
{
"title": "देखा, कि उसका पुत्र मर गया।",
"body": " उसे \"पता चल गया कि उसका बेटा मर गया था।\""
},
{
"title": " तब उसने पूरे राजवंश को नाश कर डाला। ",
"body": "\"उसने अपने नौकरों को आदेश दिया कि वह अज़्याह के परिवार के सभी सदस्यों को मार डालें जो राजा बन सकते हैं।”"
},
{
"title": "उसने अहज्याह के पुत्र योआश को घात होनेवाले राजकुमारों के बीच में से चुराकर दाई समेत बिछौने रखने की कोठरी में छिपा दिया। और उन्होंने उसे अतल्याह से ऐसा छिपा रखा, कि वह मारा न गया।",
"body": "\"अहज्याह के बहुत छोटे बेटे जोश को ले लिया और उसे और उसके दाई को मंदिर के एक सोने के कक्ष में छिपा दिया। इसलिए उसे नहीं मारा गया।\""
},
{
"title": "और वह उसके पास यहोवा के भवन में छः वर्ष छिपा रहा, और अतल्याह देश पर राज्य करती रही।",
"body": "यहोवा के घर में योआश और यहोशेबा छह साल छिप गए, क्योंकि अतल्याह का देश पर शासन था।”"
},
{
"title": "देश।",
"body": "साम्राज्य"
}
]