hi_2ki_tn/03/13.txt

30 lines
3.2 KiB
Plaintext

[
{
"title": "मेरा तुझ से क्या काम है?",
"body": "एलीशा इस सवाल का प्रयोग करता है कि उसके और राजा के बीच कोई बात में समानता नहीं है कि “मुझे तुम्हारे साथ कुछ भी नहीं करना”।"
},
{
"title": "इनको मोआब के हाथ में कर दे",
"body": "यहाँ “मोआब का हाथ” मोआब पर नियंत्रण को दर्शाता है कि “उन्हे मोआब के नियंत्रण में कर दो”।"
},
{
"title": "सेनाओं का यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहा करता हूँ",
"body": "जैसे कि मै जानता हूँ कि मेजबानों के लिए यहोवा उनके सामने खड़ा है। यहाँ एलीशा यहोवा की निच्क्षच्ता को दर्शाता है कि यहोवा जीवित है। कि “यहोवा तुम्हारे जीवन के लिए प्रतिज्ञा करता है कि वह तुम्हारे साथ हमेशा खड़ा रहेगा”।"
},
{
"title": "जिसके सम्मुख मैं उपस्थित",
"body": "यहाँ यहोवा की सेवा के रूप मे उसकी उपस्थिति मे खड़े होने की बात की गयी है कि “मै जिसका सेवक हूँ”।"
},
{
"title": "जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहा करता हूँ, उसके जीवन की शपथ यदि मैं यहूदा के राजा यहोशापात का आदरमान न करता, तो मैं न तो तेरी ओर मुँह करता",
"body": "यह साकारात्मक रूप से लिखा जा सकता है कि “मै तुम पर सिर्फ इस लिए ध्यान दे रहा हूँ क्योकि मै यहूदा और यहोशापात की उपस्थिति का सम्मान करता हुँ”।"
},
{
"title": "मैं यहोशापात का आदरमान करता",
"body": "यहाँ यहोशापप की उपस्थिति को दर्शाया गया है कि “मैने यहोशापात का सम्मान किया”।"
},
{
"title": " मैं न तो तेरी ओर मुँह करता और न तुझ पर दृष्टि करता",
"body": "इन दो वाक्यांशो का एक ही अर्थ है कि वह योराम पर ध्यान दे रहे थे कि “मुझे तुम सब से क्या करना चाहिए”।"
}
]