hi_2ki_tn/25/18.txt

30 lines
1.4 KiB
Plaintext

[
{
"title": "अंगरक्षकों के प्रधान ने ",
"body": "“प्रधान” सिपाहीयो के अगुवे को दर्शाता है”"
},
{
"title": "सरायाह",
"body": "यह पुरुष का नाम है।"
},
{
"title": " उसके नीचे के याजक ",
"body": " यह शब्‍द जफेनिय्‍याह को द्रशाते है। “याजक जो पवित्र स्‍थान में काम करते थे”"
},
{
"title": "द्वारपालों ",
"body": "“जो आदमी मंदिर के गेट पर पहरा देते थे”"
},
{
"title": "पकड़ लिया।",
"body": "“पकड़ लिया और भागने नही दिया”"
},
{
"title": "जो योद्धाओं के ऊपर था,",
"body": "“एक हिजड़ा जो योद्धाओ के ऊपर प्रधान था”"
},
{
"title": "सेनापति का मुंशी जो लोगों को सेना में भरती किया करता था",
"body": "“सेनापति ने पुरुषो को सैनिक बनने के लिऐ मजबूर किया”"
}
]