hi_2ki_tn/19/35.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उसी रात में",
"body": "“यह हुवा था”"
},
{
"title": "जब लोग सवेरे उठे",
"body": "“जब वह जो जिन्‍दा बच गये थे अगली सुभहा उठे”"
},
{
"title": " निस्रोक... अद्रम्मेलेक... शरेसेर... एसर्हद्दोन",
"body": "यह पुरषो के नाम है।"
}
]