hi_2ki_tn/08/22.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामानय जानकारी",
"body": "यहूदा के राजा यहोराम की मृत्यु हो जाती है और उसका पुत्र अहज्याह राजा बन जाता है।"
},
{
"title": "अतः एदोम यहूदा के वश से छूट गया, और आज तक वैसा ही है। ",
"body": "तो उसके बाद, एदोम अब यहूदा द्वारा नियंत्रित नहीं किया गया था, और यह अभी भी ऐसा ही है।"
},
{
"title": "यहूदा के वश ",
"body": "यहूदा के अधीकार से।"
},
{
"title": "आज तक वैसा ही है।",
"body": "उस समय जब यह पुस्तक लिखी गई थी।"
},
{
"title": "उस समय लिब्ना ने भी यहूदा की अधीनता छोड़ दी।",
"body": "उसी समय के दौरान, लिब्ना भी यहूदा के राजा के खिलाफ विद्रोह कर रहा था।"
},
{
"title": "लिब्ना",
"body": "लिब्ना के लोंग।"
},
{
"title": "योराम के और सब काम और जो कुछ उसने किया, वह क्या ",
"body": "यहोराम के इतिहास के बारे में और अधिक जाने के लिए और उसने कया किया।"
},
{
"title": " पुस्तक में नहीं लिखा है… यहूदा?",
"body": "यहूदा… इन बातों को लिखता है।"
},
{
"title": "अन्त में योराम मर कर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उनके बीच दाऊदपुर में उसे मिट्टी दी गई",
"body": "यहोराम की मृत्यु हो गई, और उन्होंने उसे अपने पुरखों के साथ दफना दिया।"
},
{
"title": "उसका पुत्र अहज्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।।",
"body": "“तब यहोराम का पुत्र अहज्याह, उसकी मृत्यु के बाद राजा बन गया\"।"
}
]