hi_2ki_tn/22/11.txt

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Plaintext

[
{
"title": "फिर ",
"body": "यदि आप की भाषा में कहानी के नये हिस्‍से की सुरूआत को संकेत करने के लिऐ कोई रास्‍ता है, यहा इसतेमाल करते हुवे समझो।"
},
{
"title": "व्यवस्था की उस पुस्तक की बातें सुनकर ",
"body": "“व्यावस्‍था की बाते सुनकर को पत्रीयो मैं लिखा हुवा था”"
},
{
"title": "राजा ने अपने वस्त्र फाड़े।",
"body": "“यह वाक्‍यांश उदासी और निराशा को दर्शाता है”"
},
{
"title": "शापान... अहीकाम... मीकायाह...अकबोर... शापान ",
"body": "“यह पुरूष के नाम है”"
},
{
"title": "यहोवा से पूछो,",
"body": "“मनुष्‍य यहोवा से बाते कर सकता है यहोवा के नबीयो के द्वारा उसकी ईच्‍छा को जान सकता है”"
},
{
"title": "पूछो",
"body": "“सलाह के लिऐ किसी के पास जाना”"
},
{
"title": "यह पुस्तक जो मिली है, उसकी बातों",
"body": "“इस पुस्‍तक की व्‍यावस्‍था जो हिल्‍कियाह को मिली थी”"
},
{
"title": "यहोवा की बड़ी ही जलजलाहट हम पर इस कारण भड़की है, ",
"body": "“इस लिऐ यहोवा हमारे साथ बहुत करोधित है”"
},
{
"title": "जो कुछ हमारे लिये लिखा है, ",
"body": "“जो कुछ मूसा ने व्‍यावस्‍था में है हमें वही करना चाहीऐ”"
}
]