hi_2ki_tn/07/09.txt

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Plaintext

[
{
"title": "पौ फटने",
"body": "\"सुबह तक”।"
},
{
"title": "तो हमको दण्ड मिलेगा;",
"body": "चार लोगों को सज़ा देने वाले किसी व्यक्ति की बात इस तरह की जाती है मानो दंड एक ऐसा व्यक्ति है जो उन्हें पकड़ता है जैसे कि \"लोग हमें सज़ा देंगे“।"
},
{
"title": "राजा के घराने के पास जाकर यह बात बता दें।",
"body": "यहाँ शब्द \"घराने” उन लोगों का दर्शाता है जो राजा के महल में रहते हैं जैसे कि \"राजा और उसके लोगों को बताओ“।"
},
{
"title": "जैसे के तैसे हैं",
"body": "जब वे सैनिक थे तब भी थे।"
},
{
"title": "तब चौकीदारों ने पुकार के राजभवन के भीतर समाचार दिया।",
"body": "यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “तो लोगों को यह राजा और उसके महल में उन लोगों को बताया\"। "
}
]