hi_2ki_tn/06/17.txt

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Plaintext

[
{
"title": "इसकी आँखें खोल दे* कि यह देख सके।",
"body": "उसे देखने में सक्षम बनाना।"
},
{
"title": "और जब वह देख सका",
"body": "और वह देख सकता था कि उन्होंने वह जो देखा था।"
},
{
"title": "देखा",
"body": "यहाँ शब्द \"देखो“ से पता चलता है कि वह नौकर हैरान होते क्या देखता है।"
},
{
"title": "पहाड़ अग्निमय घोड़ों से भरा हुआ है।",
"body": "\"पहाड़ के किनारे घोड़ों के साथ ढ़का हुआ था।"
},
{
"title": "एलीशा के चारों ओर",
"body": "एलीशा के शहर के आसपास था।"
},
{
"title": "उसने उन्हें",
"body": "यह अरामी सैनिकों को दर्शता है।"
},
{
"title": "इस दल को अंधा कर डाल।",
"body": "\"क्योंकि इन लोगों को अंधा कर दो\" यह यहोवा को दर्शाता है जिससे उन्हें स्पष्ट रूप से देखने में असमर्थहो।"
},
{
"title": "यह तो मार्ग नहीं है, और न यह नगर है,",
"body": "यह वह रास्ता नहीं है और न ही यह वह शहर है जिसकी तुम तलाश कर रहे हो।"
}
]