hi_2ki_tn/04/12.txt

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Plaintext

[
{
"title": "गेहजी",
"body": "यह एक पुरुष का नाम है।"
},
{
"title": "उस शूनेमिन को बुला ले",
"body": "“उस शूनेमिन महिला को बुला लो” यह उस शूनेमी महिला को दर्शाती है जिसके यहाँ एलीशा रहा करता था।"
},
{
"title": "तूने हमारे लिये ऐसी बड़ी चिन्ता की है, तो तेरे लिये क्या किया जाए",
"body": " “आपने हमारे लिए बहुत दया और चिंता दिखाई है”।"
},
{
"title": "तो तेरे लिये क्या किया जाए?",
"body": "अत: “हम आपके लिए क्या कर सकते है”।"
},
{
"title": "क्या तेरी चर्चा ",
"body": "अत: “ क्या हम तुम्हारे लिये अनुरोध कर सकते हैं“।"
},
{
"title": "मैं तो अपने ही लोगों में रहती हूँ",
"body": "उस औरत के कहने का अर्थ है कि उसे कोई भी चीज की जरूरत नहीं है कि “मै अपने परिवार के साथ हूँ और वो मेरी देखभाल करते हैं इस लिये मुझे किसी वस्तु की जरूरत नहीं है।"
}
]