hi_2ki_tn/05/07.txt

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[
{
"title": " अपने वस्त्र फाड़े।",
"body": "उन्होंने अपने संकट को दिखाने के लिए अपने कपड़े फाड़ दिए।”"
},
{
"title": "क्या मैं मारनेवाला और जिलानेवाला परमेश्‍वर हूँ कि उस पुरुष ने मेरे पास किसी को इसलिए भेजा है कि मैं उसका कोढ़ दूर करूँ?",
"body": "\"शायद आराम का राजा यह सोचता कि मैं किसी प्रकार का परमेश्‍वर हूँ, जिसके पास मृत्यु और जीवन की शक्ति है! वह चाहता है कि मैं इस आदमी के कोढ़ का इलाज करूँ, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकता।”"
},
{
"title": "सोच विचार तो करो, वह मुझसे झगड़े का कारण ढूँढ़ता होगा।”",
"body": "\"ऐसा लगता है कि वह मेरे साथ युद्ध शुरू करने का बहाना ढूँढ रहा है\""
}
]