hi_2ch_tn/04/17.txt

14 lines
666 B
Plaintext

[
{
"title": "सारतान",
"body": "जगह का नाम"
},
{
"title": "सुलैमान ने ये सब पात्र बहुत मात्रा में बनवाए",
"body": "सुलैमान ने निजी रूप में बहुत सारे पात्र बनाए, लेकिन उसे उन्हें ये बनाने की आज्ञा दी गई थी"
},
{
"title": "यहाँ तक कि पीतल के तौल का हिसाब न था।",
"body": "“तब पीतल राशि बहुत शानदार थी“"
}
]