hi_2ch_tn/07/13.txt

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Plaintext

[
{
"title": "आकाश को ऐसा बन्द करूँ, कि वर्षा न हो",
"body": "“बारिश को रोके”।"
},
{
"title": "देश उजाड़ने ",
"body": "“भूमि” शब्द का इस्तेमाल सभी जीवित पौधों और फसलों के लिए किया जाता है”।"
},
{
"title": "मेरे दर्शन ",
"body": "“परमेश्‍वर को खोजे”।"
},
{
"title": "मेरी आँखें खुली… मेरे कान लगे रहेंगे।",
"body": "“आँखे” और “कान” शब्द परमेश्‍वर को दर्शाते है, जो उनकी प्रार्थनाओं को देखता और सुनता है।कि “मैं उन्हें देखूंगा और मैं उन्हें सुनूंगा”।"
}
]