hi_2ch_tn/18/01.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उसने अहाब के साथ",
"body": "“उसने खुद को अहाब का दोस्त बना लिया”।"
},
{
"title": "जैसा तू वैसा मैं भी हूँ, और जैसी तेरी प्रजा, वैसी मेरी भी प्रजा है।",
"body": "यहोशापात आहाब के प्रति अपनी वफादारी बताते है।कि “मैं अपने और मेरे सैनिकों इस्तेमाल करना चाहते है”।"
}
]