hi_1ch_tn/17/25.txt

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620 B
Plaintext

[
{
"title": "तेरा घर बनाए रखूँगा",
"body": "बच्‍चों के लिए और परिवार के लिए विकास किया उनके लिए एक घर का निर्मआण किया।"
},
{
"title": "N/A",
"body": "Note isnot avaliable in hindi notes."
},
{
"title": "तू आशीष दे चुका है, इसलिए वह सदैव आशीषित बना रहे।”",
"body": "यहाँ दोनो वाक्‍यांशों का अर्थ एक ही है।"
}
]