18 lines
791 B
Plaintext
18 lines
791 B
Plaintext
[
|
|
{
|
|
"title": "झाँझ",
|
|
"body": "दो पतली, गोल धातु प्लेटों को एक साथ मारते रहने से है एक जोर से ध्वनि जो ध्वनि निकलती है।(13:7)"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "यदूतून… हेमान",
|
|
"body": "“याजक”।(16:40)"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "गिनती दो सौ अट्ठासी ",
|
|
"body": "“288 पुरुष थे”।"
|
|
},
|
|
{
|
|
"title": "क्या गुरु, क्या चेला, अपनी-अपनी बारी के लिये चिट्ठी डाली।",
|
|
"body": "यह सीमाओं का वर्णन करती है कि उन सभी को”।"
|
|
}
|
|
] |