hi_1ch_tn/29/16.txt

6 lines
321 B
Plaintext

[
{
"title": "सिधाई से प्रसन्‍न रहता है",
"body": "“कयोंकि मै तेरे लिए जो कुछ करता हूँ मैं उस में ईमानदार और सम्मानित होना चाहता हूँ”।"
}
]