hi_1ch_tn/29/14.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामानय जानकारी:",
"body": "दाऊद यहोवा के धन्यवाद के लिए प्रार्थना को जारी रखता है।"
},
{
"title": "मैं क्या हूँ और मेरी प्रजा क्या है? कि हमको इस रीति सेअपनी इच्छा से तुझे भेंट देने की शक्ति मिले?",
"body": "दाऊद का अर्थ है कि वे और उसके लोग परमेश्‍वर को कुछ भी देने के लिए प्रशंसा के पात्र नहीं है। "
},
{
"title": " हम तो अपने सब पुरखाओं के समान पराए और परदेशी हैं",
"body": "“तुम जानते हो कि यह सब महत्वहीन है”।"
},
{
"title": "पृथ्वी पर हमारे दिन छाया के समान बीत जाते हैं, ",
"body": "छाया प्रक्ट हो जाती है और जल्दी ही गायब हो जाती है।"
}
]