hi_1ch_tn/28/06.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामानय जानकारी:",
"body": "दाऊद इस्राएलियों से बात करना जारी रखता है।"
},
{
"title": "उसने मुझसे कहा",
"body": "“परमेश्‍वर ने मुझ से कहा”।"
},
{
"title": "मेरे भवन ",
"body": "शब्‍द “घर” यहोवा के भवन को दर्शाता है।"
},
{
"title": "मैंने उसको चुन लिया है कि मेरा पुत्र ठहरे, और मैं उसका पिता ठहरूँगा",
"body": "इसका मतलब यह नहीं है कि सुलैमान परमेश्‍वर का वास्तविक बेटा बन जाता है, लेकिन यह बताता है कि उसके और परमेश्‍वर के बीच क्या संबंध है। कि \"मैंने उस से एक बेटे की तरह व्यवहार करने के लिए चुना है, और मैं उसे के लिए एक पिता की तरह हो जाऊँगा”।"
},
{
"title": "मेरी आज्ञाओं और नियमों के",
"body": "यह दोनो शब्‍दों का एक ही अर्थ है और सब कुछ यहोवा के आदेशों को दर्शाता है।"
},
{
"title": "आजकल के समान ",
"body": "शब्‍द “तू” यहाँ दाऊद को दर्शाती है जैसे कि “जिस तरह तू हर दिन वचनबद्ध करता है।"
}
]