hi_1ch_tn/28/20.txt

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[
{
"title": "हियाव बाँध और दृढ़ होकर",
"body": "इन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही है कि सुलैमान निडर होना चाहिए।"
},
{
"title": "मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो",
"body": "इन दोनो शब्दों का एक ही अर्थ है कि सुलैमान कभी हार ना माने।कि “वे साहसी हो”।"
},
{
"title": "वह तेरे संग है",
"body": "“तेरी मदद करेगा“।"
},
{
"title": "वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा",
"body": "इन दोनो वाक्यों का एक ही अर्थ है कि यहोवा हमेशा सुलैमान के साथ रहेगा जैसे कि “वह हमेशा तेरे संग रहेगा”।"
},
{
"title": "याजकों और लेवियों के दल ठहराए गए हैं",
"body": " यह उन समूहों को दर्शाता है जिसमें मंदिर के अन्‍य याजक और कर्मियों को उनके कर्तव्यों को पूरा करने के लिए अयोजित किया गया है।(28:13)"
}
]