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\v 37 v 37 शिपाई पौलाल कोअमे लि जातलो तोतमुज पौल सरदाराल आखा लाग्यो, ‘माय काय गोगी शकु का ? तो सरदार आखा लाग्यो, “तुल ग्रीक गोगता आवे का ? \v 38 तियाल माल लागेहे, तु तो माआहु नाहा, माल लागेहे जो मिसरी मजुर खुप दिईहा पेहेल सरदार आरी चुलाइ्रन तिइयान त्रारास दा कअतुलो, तो तुच हाय, तिइया मिसरी माआहाइ चार हजार दहशतवाद्याल जोगलाक लिई गियो.”