\v 17 जो दर्शन वेअयो तिया अर्थ काय वेरी एहकी पेत्र जाहा विचार केअतलो ताहा देख कर्नेलय मोकलुला, \v 18 तिया ही फुच्यो “शिमोन पेत्र इहीज रहे का?”