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\v 3 नियमशास्त्राहा मास्तुऱ्याही ई उनामा आने ते एकविजाआरी आखा लाग्या, ओ माहु ते देवा विरूध्द खोटया गोठया की रीईयो हाय. \v 4 ईशुल तिईया विचार मालुम पोडया तो तिईयान आख्या लाग्यो. तुमाहा मोनाम वाईट विचार काहाल के ओताहा ? \v 5 काहाका, तुमा पापा क्षमा केराम आली हाय, अहकी आखनु आने उठीन चाला लाग, अहकी आखनु ईयामने केल्ली गोठ सोपी हाय ? \v 6 पेन माआहा पोयराल तोरतीवने पाप क्षमा केअनु अधिकार हाय, ही तुमान मालुम जोजे तिईयाल, " पाछी ईशुही त्या लखवा लागला माआहाल आख्यो, "उठ ! आप खाछलो उखलीन को जो. " |