bhb-x-billori_luk_text_reg/07/41.txt

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\v 41 येशुय आख्यो एका सावकारापणे बेन जाअवाही कर्ज नंदला आया एकाय पाच होव चांदी रुप्या आन बिहीराय पन्नास चांदी रुप्या लेदलो. \v 42 तिया बेन्याहावे बी कर्ज सुटा केता काविहींज नाय आथो तियाहा खातोर तियाय तियाहा कर्जो माफ की देदो आमी तुल काय लागेहे ती बेन्याहामेने केडो तियावे वाद मोया केरी. \v 43 आख्यो “मान एहकी लागेंहे, जिया वाद कर्जो माफ की दकदाक तो.” ताहा येशुय तियाल आख्यो, “तुयूय खुब हारो विचार केअयो