From 7fd6562dfd627f683eaa5bc3315fc29148f59545 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: liladhar Date: Tue, 30 Apr 2024 15:17:28 +0530 Subject: [PATCH] Tue Apr 30 2024 15:17:28 GMT+0530 (India Standard Time) --- 23/29.txt | 2 +- 23/33.txt | 2 +- 23/35.txt | 2 +- 23/42.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 5 files changed, 5 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/23/29.txt b/23/29.txt index 1527fa0..c99e58a 100644 --- a/23/29.txt +++ b/23/29.txt @@ -1 +1 @@ -\v 29 काहका ऐहेडा दिही आव्ही, ताहा लोक आखी धन्य ते बाया जे वायट्या हाय आण धन्य हाय ती बाई तियुले दिही नाहा रिया आण धन्य ते तियुकी किधी दुध ना पाजों, \v 30 ताहा ते डोंबुल आख्यी आम्हाप पडा आण ते बोड्या आखी आम्हान बुजी द्या \v 31 निला चाळाआरी ऐहेकि केताह हुकाला चाकाआरी काय काय नेय केनारा, \ No newline at end of file +\v 29 काहका ऐहेडा दिही आव्ही, ताहा लोक आखी धन्य ते बाया जे वायट्या हाय आण धन्य हाय ती बाई तियुले दिही नाहा रिया आण धन्य ते तियुकी किधी दुध ना पाजों, \v 30 ताहा ते डोंबुल आख्यी आम्हाप पडा आण ते बोड्या आखी आम्हान बुजी द्या \v 31 निला चाळाआरी ऐहेकि केताह हुकाला चालाआरी काय काय नेय केनारा, \ No newline at end of file diff --git a/23/33.txt b/23/33.txt index e63dfc7..4410099 100644 --- a/23/33.txt +++ b/23/33.txt @@ -1 +1 @@ -\v 33 आण जाहा ते गुन्हेगारा आरी कवटी आखतुले तिया जागाप आले, तिही तियाय तियाहान आण तिया गुन्हेगाराल एकाल तिया हुदी वेल आण एकाल उलटी वेल ऐहेकी वधस्तंभाप खिला ठोकला. \v 34 फांसे युशेय आख्यो हे पिता ईयान क्षमा के काहाका ते काय केहेता तो तियान हमजुतो नाहा, तियाहाय चिठ्ठ्या टाकीन तिया पोतोड वाटी लेदले, \ No newline at end of file +\v 33 आण जाहा ते गुन्हेगारा आरी कवटी आखतुले तिया जागाप आले, तिही तियाय तियाहान आण तिया गुन्हेगाराल एकाल तिया हुदी वेल आण एकाल उलटी वेल ऐहेकी वधस्तंभाप खिला ठोकला. \v 34 फांसे युशेय आख्यो हे पिता ईयान क्षमा के काहाका ते काय केहेता तो तियान हमजुतो नाहा, तियाहाय चिठ्ठ्या टाकीन तिया पोतोडे वाटी लेदले, \ No newline at end of file diff --git a/23/35.txt b/23/35.txt index 70413a5..824af05 100644 --- a/23/35.txt +++ b/23/35.txt @@ -1 +1 @@ -\v 35 लोक तिही वेन उभी रेहेले आण पुढारी थट्टा किन आखा लाग्या, तियाय बिहरांन वाचवुले जर तो ख्रिस्त देवा निवडुलो वेरी त तो स्वत:ल वाचाविली, \ No newline at end of file +\v 35 लोक तिही वेता उभी रेहेले आण पुढारी थट्टा किन आखा लाग्या, तियाय बिहरांन वाचवुले जर तो ख्रिस्त देवा निवडुलो वेरी त तो स्वत:ल वाचाविली, \ No newline at end of file diff --git a/23/42.txt b/23/42.txt index 5089309..8743680 100644 --- a/23/42.txt +++ b/23/42.txt @@ -1 +1 @@ -\v 42 फांसे तो आखा लाग्यो येशु तू तो राज्यांम आवोह ताहा मानबि ईतवुजे, \v 43 येशु तियाल आखा लाग्यो माय तुल खेरो आखुहू आज तु माआरी सुखलोकांम रेहेव, \ No newline at end of file +\v 42 फांसे तो आखा लाग्यो येशु तू तो राज्यांम आवोह ताहा मानबि ईतवुजे, \v 43 येशु तियाल आखा लाग्यो माय तुल खेरो आखुहू आज तु माआरी सुखलोकांम रेहे, \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index dae8799..7a116fb 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -517,6 +517,7 @@ "23-23", "23-26", "23-27", + "23-29", "23-32", "23-33", "23-35",