mai-x-thethi_php_text_ulb/01/25.txt

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\v 25 v25 अई बातमे हम विश्‍वासीत होएके कारण से जानी छी, कि विश्‍वास मे तोनीसबके प्रगती आन्नदके साथ हम तोहनीके साथ साथ रहके निरन्‍तरता देबई । \v 26 फलस्वरुप तोहनी सब कहां हमर फेर से उपस्थिति के कारण तोहनी सब येशू मशिह के हमरा लागी महिमा देबेबाला काम और बहुत मात्रामे होतई । \v 27 येशू मशिह के सु-समाचार के लागी योग्य योग्य होबेबाला किसिमसे मात्र अपन जिवन बिता । चाहे हम तोहनी से भेटे आऊ चाहे हम हाजिर न होई इ कर ताकि तोहनी सब एकेगो आत्मा मे बलबान के साथ खडा होएल छे कहके तोहनि सबके बिषयमे हम सुन सकि । सु-समाचार के विश्‍वासके लागी तोहनी सब मिल के एकेगो प्राण होके जोर मेहनत कर रहल छे कहके सुनेके हमर इच्छा हई ।