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\v13 हाब सुन, तुब जे, “आई या विहान हमसब शहरमे जाएब, उँहा एक बरिष बिताएब और व्यापार करके नाफा कमाएब,” कहके कहइछे ।\v14 बिहान कि होतई और तोहर जिवन केहन रहतई से बात केकरा थाह हई ? कएलाकि तुसब त धुन्धके समान छे, जे कुछ समय देखाई देइछै और बादमे गायब हो जाइछै ।
\v 13 हाब सुन, तुब जे, “आई या विहान हमसब शहरमे जाएब, उँहा एक बरिष बिताएब और व्यापार करके नाफा कमाएब,” कहके कहइछे । \v 14 बिहान कि होतई और तोहर जिवन केहन रहतई से बात केकरा थाह हई ? कएलाकि तुसब त धुन्धके समान छे, जे कुछ समय देखाई देइछै और बादमे गायब हो जाइछै ।

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\v 15 एकर बदलामे तोहरा सबके अई तरहसे कहेके चाहि कि, “यदि परमेश्वरके इच्छा होतई त हम जियब और यि चाहे उ करब ।” \v 16 लेकिन अभि त तुसब अपने–अपने अभिमानी योजना सबमे घमण्ड करइछे, एहन सब घमण्ड गलत हई । \v 17 ओहीलेल, जे भलाई करेके जानके भि भलाई न करइछै, त उ चिज ओकरा लागि पाप होइछै ।

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\c 5 \v 1 आब सुन, तोहरा सबमे जे धनिक छे, तोहरा सबपर आबेवाला कष्ट सबके लागि कान और बिलाप कर । \v 2 तोहरा सबके धन सड गेल हई, और तोहरा सबके लता–कपडासब घुन खा गेल हई । \v 3 तोहरा सबके सोना–चानिमे बिझ लागल हई । ओइमे लागल बिझ हि तोहरा सबके बिरोधमे गवाही होतई । और उ तोहरा सबके शरिरके आगिके लेखा नष्ट कर देतई । तुसब अपन धन–सम्पत्ति अन्तिम दिनके लेल जम्मा करके रखले छे ।

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\v 4 देख, ओई मजदुर सबके मजदुरी जोर–जोरसे चिचिया रहल हई, उ मजदुरी जे तोहरा सबके खेतमे कटनी करे वाला सबके देबेला तुसब रोक लगएले छे । और ओई मजदुर सबके चिचियाहट सेना सबके परमप्रभुके कान तक पुगल हई । \v 5 तुसब पृथवीपर सुख भोगमे रह रहल छे, और अपने आपके संतुष्ट कएले छे । तुसब अपना हृदयके बलि होएवाला दिनके लागि हृष्तपुष्ट कएले छे । \v 6 तोहरा सबके बिरोध करेवाला धर्मात्मा सबके दोषी बनाके हत्या कएले छे ।

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\v 7 ओहीलेल भाईसब, प्रभुके आगमन तक धैर्य धारण कर । एगो किसान जमिनसे बहुमुल्य फसल पावे खातिर करेवाला प्रतिक्षाके देख । केना उ अगला और पिछला वारिष न होएतक धैर्यतासे प्रतिक्षा करइत रहइछै । \v 8 तुसब सेहो धैर्य धारण कर । तोहरा सबके हृदय मजबुत बनो, कियक त प्रभुके आगमन बहुत नजदिक हई ।

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अध्याय ५

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"04-06",
"04-08",
"04-11"
"04-11",
"04-13",
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"05-title",
"05-01",
"05-04",
"05-07"
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