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\v 10 आजी तो तियाहान आखहे, “ एक जाती लोक बिहीरी जाती लोकाहा विरूध्द केरी आन एक राज्य बिहीरी राज्या विरूध्द केरी \v 11 आन तोरती सुबूज जोर में आली उठी आन खुब जागहावे काल पोडी आन नवा-नवा रोग निंगी आन जुगाम काबरावी देनाऱ्या गोठ्या आन मोड्या निशाण्य देखायी |