From 1f8527fba43487a8e6e00ad83b7b27b27da118e8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: liladhar Date: Sun, 31 Dec 2023 15:09:53 +0530 Subject: [PATCH] Sun Dec 31 2023 15:09:52 GMT+0530 (India Standard Time) --- 17/17.txt | 1 + 17/20.txt | 1 + 17/22.txt | 1 + manifest.json | 4 +++- 4 files changed, 6 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 17/17.txt create mode 100644 17/20.txt create mode 100644 17/22.txt diff --git a/17/17.txt b/17/17.txt new file mode 100644 index 0000000..39b5d17 --- /dev/null +++ b/17/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 येशु त्याले आख्यो दोहो जाआ हारा (शुध्द) वेअेल नेका? बाकी नऊ जाआकिही हाये? \v 18 ईया पारका माहा शिवाय केठोबी नहा देवा गौरव केरा कहेता फासो आलो नाहा? \v 19 तो त्याले आख्यो उठ आणे जा तो विश्वासाये तुल हारो केलो हाय. \ No newline at end of file diff --git a/17/20.txt b/17/20.txt new file mode 100644 index 0000000..e037ef6 --- /dev/null +++ b/17/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 परूश्यांये येशुल फुस्यो देवाराज किधी आवी येशूये त्याहाले आख्यो देवा राज देखातामे आवतो नाहा \v 21 व्याआ तो इही हाय का तीही हाय अेहेकी आखणारो नाहा काहाका देवा राज तुम्हा मे हाये. \ No newline at end of file diff --git a/17/22.txt b/17/22.txt new file mode 100644 index 0000000..1d66760 --- /dev/null +++ b/17/22.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 22 शिष्यांने त्योये आख्यो माहा पोयरा आवुलो दिहा मे एका दिहीआ तुमा खुबे वाट जोवते हे पेण तो दिही तुमा वोई शकणारे नाहा अेहेडो दिही आवी. \v 23 आणे लोक तुम्हाले आख्यी वेजा तो ते ईही हाम की वेजा तो तीही आहे ताहा तुमा माल वेरा केहता त्याहा फाचला नाहा कोठलाले याजक की व्होलीनेज समाजामे आवा देहेले. \v 24 काहाका वीज जेहकी वादलामे एका जागा मेने बीहीरा जागे हुंद चोमकुती जामे तेहकी माहाआ पोअरा आवुलो त्या दिहीयामे वेरी. \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 0b627a1..65d586b 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -368,6 +368,8 @@ "17-07", "17-09", "17-11", - "17-14" + "17-14", + "17-17", + "17-20" ] } \ No newline at end of file