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\v 17 नियमशास्त्र व संदेष्ट्यआ लेखलो पुस्तक रद केरा आय आलो ऐहकी विचार क्याहा माहा आय ते रद केरा ना पेन ते पुरो केरा आलो, \v 18 काहाकी आया तुम्हाल खेरो आखु, आकाश आणे तोरती ई नाश वीजाय पेन बाटोकाय पुरो वेयाशिवाय नियमशास्त्रामने ऐकबी काना आणे मात्रा रद वेनारो नाह |