1 line
783 B
Plaintext
1 line
783 B
Plaintext
\v 44 फासे ते लोकसुध्दा तियाल उत्तर दी प्रभु आमाय किधी वेलो, का पोतडे नेय आथे बिमारी आण झेलुम किधी वेलो आण तो मदत केयी नाहा, \v 45 फासे राजो तियाहान उत्तर दी माय तुमाहान खेरो आखुहु का ईया खातोर एगा हानलबी केयो नाहा तो मान केयो नाहा , \v 46 ते ता सदाकाल शिक्षा भोगा जाय आण हारो माहुव सार्वकालीक जीवन जीवा खातोर जाय, |