\v 19 थोडाक दिहाकी चाकरी केनाराहा मालक आलो आण तियाय तियाहा हिसाब ला चालु केयो, \v 20 जियाल पांच हाजार होना सिक्का थैल्या मिलल्या आथ्या तियाय मालकाप आजी पांच हाजार लावीन देदया तो आखा लाग्यो मालक तुयुय देदल्या सिक्काप माय आजी पाच हाजार सिक्का कामाव्या, \v 21 तिया मालक आखा लाग्यो शाब्बास हारो आण विश्वासु सेवक तु भोरोसो थेवेएहेडो चाकरी केनारो हाय, तु थोडा सिक्का खातोर इमानदार होस वाग्यो तियाल माय कायम तुल होपी देहुव माज जो आण तो मालका खुशीम सहभागी वी जो,