From 2a04ffbed50fedf89b7bd2067a04dd6e7b0f0ecd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: jaywanti Date: Sat, 6 Jan 2024 13:56:03 +0530 Subject: [PATCH] Sat Jan 06 2024 13:56:02 GMT+0530 (India Standard Time) --- 04/01.txt | 1 + 04/05.txt | 1 + 04/07.txt | 1 + manifest.json | 5 ++++- 4 files changed, 7 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 04/01.txt create mode 100644 04/05.txt create mode 100644 04/07.txt diff --git a/04/01.txt b/04/01.txt new file mode 100644 index 0000000..fe3c619 --- /dev/null +++ b/04/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\c 4 \v 1 फासे भुतडावाय ईसुअ परिक्षा वेरा खातुर देवा आत्मा तियाल जंगलाम जिई गियो. \v 2 चालीस दिही आने चालीस रात, उपवास केयी तिया बादमे ईसुल पुख लागी. \v 3 ताहा भुतडावाय ईसुअ परिक्षा केराखातुर तियावेला आलो. तो आखालाग्यो. "तु जो देवा पोयरो हाय. तो ईया दगडालं मांडो वेराखातुर आज्ञा के " \v 4 फासे ईसुअ आख्यो ऐहकी लिखलो हाय काआ, "माहू केवल मांडाकीज जीवी नाहा शकतो ताहा देवा \p मुयामेने निघणारो हरऐक वचना वाय जिवी शेकेहे. " \ No newline at end of file diff --git a/04/05.txt b/04/05.txt new file mode 100644 index 0000000..75c810b --- /dev/null +++ b/04/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 फासे भुतडोअ तियाल यरूशलेम तिया पवित्र शहराम लिई गियो, आने परमेश्वरा देवळा टोकाप उभो केयो. \v 6 आने तियाल आख्यो,"जोर तुअ देवा पोयरो हाय, तर निचे कुदी पड, काहालका शास्त्राम ऐहकी लिखलो हाय. काआ "देवा तिया दुताहाअने तो खातोर आज्ञा केरी, आने तोओ पाग दगडाप पोडे नेय तिया खातुर तोओ तुल तियायाह घताकी चेलीली. " \ No newline at end of file diff --git a/04/07.txt b/04/07.txt new file mode 100644 index 0000000..59a2fc8 --- /dev/null +++ b/04/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 ईसुअ तियाल आख्यो, ऐहकी लिखलो हाय का "तो देव जो प्रभु तिया परिक्षा लेया मा" \v 8 फासे भुतडाय तियाल एका खुब उंचा डोंगराआप लिई गियो, ताहा तियाल गजतुम आखे राज्ये तियामेने आखे खुबहारे हारे जागा देखव्ये. \v 9 आने तो तियाल आख्यालागो जाहा तु माआ आगला पागे पाडोताहा, आन माआ उपासना केहयो ताहा इ आखोज आय तुल दिही." \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 1a8e7c8..27e596f 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -65,6 +65,9 @@ "03-10", "03-13", "03-16", - "04-title" + "04-title", + "04-01", + "04-05", + "04-07" ] } \ No newline at end of file