From e8d23991e7c00cd9a5079c4a57c09692b947911c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: anilvalvi Date: Sat, 27 Apr 2024 11:44:47 +0530 Subject: [PATCH] Sat Apr 27 2024 11:44:46 GMT+0530 (India Standard Time) --- 02/12.txt | 2 +- 03/01.txt | 2 +- manifest.json | 2 +- 3 files changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/02/12.txt b/02/12.txt index ba14d22..bdc63a1 100644 --- a/02/12.txt +++ b/02/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 पेन आम्हाल जगा आत्मो मिलो नाहा, तर देवापणे आत्मो मिल्लो हाय याकेता की देवाय आपुल जो कृपाकी देदलो हाय तो आपु हाय. \v 13 माहा ज्ञानाकी हिकवुला शब्दाकी आमा या गोठया आखता नाहा, तर आत्माकी हिकवुला शब्दाकी आत्मिक शब्द आाखीन आध्यात्मिक गोठया स्पष्टीकरण केता हा \ No newline at end of file +\v 12 पेन आम्हाल जगा आत्मो मिलो नाहा, तर देवापणे आत्मो मिल्लो हाय याकेता की देवाय आपुल जो कृपाकी देदलो हाय तो आपु ओखुणु हाय. \v 13 माहा ज्ञानाकी हिकवुला शब्दाकी आमा या गोठया आखता नाहा, तर आत्माकी हिकवुला शब्दाकी आत्मिक शब्द आाखीन आध्यात्मिक गोठया स्पष्टीकरण केता हा \ No newline at end of file diff --git a/03/01.txt b/03/01.txt index a69cf5e..4121d78 100644 --- a/03/01.txt +++ b/03/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 3 \v 1 पावहु आत्मिक माआहाआरी गोगतो तेहकी आय तुमाआरी गोगी शक्यो नाहा, पेन तिया फासे माल तुमाआरी दैहीक माआहा होच आने खिस्तामेने हाना पोयरा होच गोगा पोडयो. \v 2 माय तुमाआह पियाखातुर दुध देदो जड अन्नआने देदो नाहा, काहाका तुमा जड अन्न खाय शकते नाहा आने आमी शुध्दा तुमा खाय शकते नाहा आने आमी शुध्दा तुमा खाय शकते नाहा. \ No newline at end of file +\c 3 \v 1 पावहु आत्मिक माआहाआरी गोगतो तेहकी आय तुमाआरी गोगी शक्यो नाहा, पेन तिया फासे माल तुमाआरी दैहीक माआहा होच आने खिस्तामेने हाना पोयरा होच गोगा पोडयो. \v 2 माय तुमाआह पियाखातुर दुध देदो, जाेड अन्नआने देदो नाहा, काहाका तुमा जड अन्न खाय शकते नाहा आने आमी बतुमा खाय शकते नाहा आने आमी शुध्दा तुमा खाय शकते नाहा. \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index d221896..c254c80 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -59,9 +59,9 @@ "02-06", "02-08", "02-10", + "02-12", "02-14", "03-title", - "03-01", "03-03", "03-06", "03-08",