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# वास्तविक स्वरूप नाही
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‘’त्या खऱ्या गोष्टी नाही’’
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# जवळ येणाऱ्यांना
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‘’उपासना करण्यास येणारे ‘’ (युडीबी) किंवा ‘’जवळ येणे’’
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# ते यज्ञ करणे बंद झाले नसते काय?
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‘’त्यांनी अर्पणे वाहण्याचे थांबवले असते.’’ (पहा : कर्तरी किंवा कर्मणी आणि अभिप्रेत प्रश्न)
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# बंद
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‘’बंद होणे’’
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# झाले’’ परिस्थिती’’
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# तर एकदा शुद्ध झाल्याने
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‘’ज्यांना देवाने शुद्ध केले होते’’
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# जाणीव
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‘’त्या अस्तित्वाचे ज्ञान’’
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# त्यांनतर पापांची आठवण होते
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‘’लोकांनी जी पापे केली आहेत त्यांची आठवण देव देतो’’ (पहा : कर्तरी किंवा कर्मणी)
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# वर्षानुवर्ष
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‘’प्रत्येक वर्षी’’
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# कारण बैलांचे व बकऱ्याचे रक्त पापे दूर करण्यास असमर्थ आहे
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‘’ कारण बैल आणि बकऱ्याचे रक्त पाप नेऊ शकते’’
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