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# क्षयर्ष ने शासन कहा तक था?
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# क्षयर्ष का शासन कहाँ तक था?
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क्षयर्ष ने भारत से कूश देश तक, 127 से अधीक प्रान्तों पर शासन किया ।
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क्षयर्ष ने भारत से कूश देश तक, 127 प्रान्तों पर शासन किया ।
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# राजा की उपस्थिति में कौन था?
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फारस और मादै कि सेना, प्रान्त- प्रान्त के प्रधान पुरुष तथा प्रान्तों के राज्य पाल मौजूद थे ।
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सब प्रान्तों के अधिकारी उसके “सम्मुख” थे, अर्थात वे राजा की उपस्थिति में थे।
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# साथ दिन तक पर्व किस के लिए चला ?
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# राजा ने किसके लिए पर्व का आयोजन किया था जो सात दिन तक चला था?
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शूशन के महल के लोगो के लिए यह पर्व चला जो सबसे श्रेष्ठ से लेकर सबसे कम महत्त्वपूर्ण तक के लोगो के लिए था।
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# राजा ने यह दावत किस के लिए दी?
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यह दावत शूशन महल के सभी लोगो के लिए थी, जो सबसे श्रेष्ठ से लेकर सबसे कम महत्त्वपूर्ण तक के लोगो के लिए था।
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राजा ने शूशन राजगढ़ में रहने वाले सब लोगों के लिए इस पर्व का आयोजन किया था, बड़े से बड़े से वरन् छोटे से छोटे सब के लिए।
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# शाही शराब अधीक मात्रा में क्यों थी।
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# राजसी मदिरा अधिक मात्रा में क्यों थी।
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राजा के उद्दार्त्ता के कारण शाही शराब अधीक मात्र में थी।
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राजा की उदारता के कारण राजसी मदिरा बहुतायत से थी। और मद्यपान नियमानुसार, “विवश कोई नहीं था”।
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# महल के सभी कर्मचारियों के लिए राजा के क्या आदेश थे ?
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# महल के सभी रखवालों के लिए राजा के क्या आदेश थे ?
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मेहमान जो भी चाहता है उसे पूर्ण करने का आदेश राजा ने अपने कर्मचारियों को दिया।
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और मद्यपान नियमानुसार, "किसी को पीने के लिए विवश नहीं किया गया था....” क्योंकि राजा ने अपने घर के रखवालों के लिए ऐसा ही ठहराया था, उनको हर एक जन की इच्छा के अनुसार व्यवहार करना था।
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# सेवा में मौजूद उन सात अधिकारीयों से राजा ने क्या कहा ?
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# राजा की उपस्थिति में सेवा करने वाले सात अधिकारियों को राजा ने क्या आदेश दिया था?
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राजा ने अपने साथ अधिकारीयों से कहा की रानी वशती को उसके राज मुकुट के साथ राजा के समुख पेश किया जाए।
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राजा ने अपने सातों अधिकारीयों से कहा कि रानी वशती को उसके राज मुकुट में राजा के सम्मुख लाया जाए कि लोगों को और अधिकारियों को उसकी सुन्दरता का दर्शन हो।
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# सेवा में मौजूद उन सात अधिकारीयों से राजा ने क्या कहा ?
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# राजा की उपस्थिति में सेवा करने वाले सात अधिकारियों को राजा ने क्या आदेश दिया था?
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राजा ने अपने साथ अधिकारीयों से कहा की रानी वशती को उसके राज मुकुट के साथ राजा के समुख पेश किया जाए।
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राजा ने कहा कि रानी वशती को उसके राज मुकुट में राजा के सम्मुख लाया जाए कि लोगों को और अधिकारियों को उसकी सुन्दरता का दर्शन हो।
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# राजा बहुत गुस्सा क्यों हुआ?
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# राजा को बहुत गुस्सा क्यों आया?
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रानी वशती ने राजा के आज्ञा के विरुद्ध उसके समुख आने से मना कर दिया इस लिए राजा गुस्सा हुआ था।
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रानी वशती ने खोजों के हाथ भेजी गई राजा की आज्ञा के विरुद्ध उसके समुख आने से मना कर दिया इस लिए राजा गुस्सा को आया था।
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# राजा ने किसके साथ विचार विमश किया ?
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# राजा ने किसके साथ विचार विमार्श किया?
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राजा ने जो पुरुष बुद्धिमान थे और समय के अनुकूलता को समझते थे उनसे विचार विमश किया ।
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राजा ने बुद्धिमान पुरुषों से जो समय के ज्ञाता थे, विचार विमर्श किया ।
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# ममूकान के अनुसार वशती ने क्या गलत किया था ?
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# ममूकान के अनुसार वशती ने किसके साथ गलत किया था?
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ममूकान ने कहा के वशती ने सिर्फ राजा के विरोध में ही नहीं परन्तु सब हाकिमों से और उन सब देशों के लोगों से भी जो राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में रहते हैं गलत किया है ।
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ममूकान ने कहा रानी वशती ने सिर्फ राजा के साथ ही नहीं परन्तु सब हाकिमों से और राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों के लोगों के साथ गलत किया है ।
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# ममूकान ने फ़ारस तथा मादीयों के उत्कृष्ट स्त्रीयों के विषय में क्या कहा कि वे उस दिन के अंत होने से पहले करेंगी?
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# ममूकान ने फ़ारस तथा मादी की कुलीन स्त्रियों के विषय में क्या कहा कि वे उस दिन के अंत होने से पहले करेंगी?
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उसने कहा के दीन अंत होने से पहले सभी उत्कृष्ट स्त्रीयां राजा के अधिकारीयों को मना करेंगी।
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रानी की यह बात सब स्त्रियों में फैल जाएगी जिसके परिणाम स्वरूप उनकी दृष्टि में उनके अपने-अपने पति घृणित ठहराए जाएंगे जब वे कहेंगी, “राजा क्षयर्स ने अपनी रानी वशती को अपने सामने लाने की आज्ञा दी परन्तु वह न आई। अब आज के दिन, फारस और मादी की कुलीन स्त्रियाँ जिन्होंने रानी की यह बात सुनी है वे राजा के सब कर्मचारियों से कहेंगी और इस प्रकार बहुत घृणा और क्रोध होगा!
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# ममूकान ने फ़ारस तथा मादीयों के उत्कृष्ट स्त्रीयों के विषय में क्या कहा कि वे उस दिन के अंत होने से पहले करेंगी?
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# ममूकान ने फ़ारस तथा मादी की कुलीन स्त्रियों के विषय में क्या कहा कि वे उस दिन के अंत होने से पहले करेंगी?
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उसने कहा के दीन अंत होने से पहले सभी उत्कृष्ट स्त्रीयां राजा के अधिकारीयों को मना करेंगी।
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रानी की यह बात सब स्त्रियों में फैल जाएगी जिसके परिणाम स्वरूप उनकी दृष्टि में उनके अपने-अपने पति घृणित ठहराए जाएंगे जब वे कहेंगी, “राजा क्षयर्स ने अपनी रानी वशती को अपने सामने लाने की आज्ञा दी परन्तु वह न आई। अब आज के दिन, फारस और मादी की कुलीन स्त्रियाँ जिन्होंने रानी की यह बात सुनी है वे राजा के सब कर्मचारियों से ऐसा ही कहेंगी और इस प्रकार बहुत घृणा और क्रोध होगा!
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# राजा ने वशती का रानी होने का स्थान किसे दिया ?
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# राजा वशती के रानी होने के स्थान को किसे देगा?
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वशती से जो भी बेहतर हो उसे रानी होने का अधिकार दिया जायेगा।
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राजा यह स्थान उसकी पड़ोसन को देगा जो वशती से अधिक अच्छी होगी।
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# राजा ने क्या आदेश दिया?
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राजा ने आदेश दिया की हर पुरुष अपने घराने का अधीपती होगा।
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राजा ने पत्र भेजा कि हर एक पुरुष अपने घराने पर राज करेगा और अपने लोगों की भाषा बोलेगा।
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# राजा के जवान पुरुषो ने क्या शीफारीश की?
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# राजा के जवान पुरूषों ने क्या सुझाव दिया?
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राजा के जवान पुरुषों ने कहा राजा के बिनाह पर सुंदर कुवारी स्त्री की खोज की जाए।
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राजा के जवान पुरुषों ने कहा राजा के लिए सुंदर कुवारी स्त्रियों की खोज की जाए जो दिखने में भी मनमोहक हों।
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# कुवारीयों को किसके देखबाल में रखा जायेगा?
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# उन कुवारियों को किसके संरक्षण में रखा जायेगा?
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हेगे के निगरानी में, जो राजा का अधीकारी था उन कुवारीयों को रखा गया।
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उन कुंवारियों को राजा के खोजे हेगे की निगरानी में रखा जाए क्योंकि वह स्त्रियों का रखवाला था। इसका अर्थ है कि हेगे कुवारियों की देखरेख करने के लिए उत्तरदायी था।
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# मोर्दकै को यरुशलेम से किसने लिया?
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# कीश को यरुशलेम से कौन ले गया था?
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बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर, मोर्देकै को यरुशलेम से दूर ले गए।
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बेबीलोन का राजा नबूकदनेस्सर, कीश को यरुशलेम से ले गया था।
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# एस्तेर का दूसरा नाम क्या था?
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एस्तेर का दूसरा नाम हदास्सा था।
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एस्तेर का दूसरा नाम हदस्सा था।
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# एस्तेर का मोर्दकै से क्या रिश्ता था?
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# हेगे ने एस्तेर को क्या दीया?
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# हेगे ने एस्तेर को क्या दिया?
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हेगे ने उसे श्रृंगार का सामान और खाने का सामान, और उसे सात सहेलियाँ भी दी।
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हेगे ने उसे नाना प्रकार के लेप, भोजन वस्तुएँ और राजा के घराने से चुनी गई सात युवतियां दीं।
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# एस्तेर ने अपने लोगो तथा रिश्तेदारों की जानकारी किसी को क्यों नहीं दी?
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# एस्तेर ने अपने लोगों तथा रिश्तेदारों की जानकारी किसी को क्यों नहीं दी?
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मोर्देकै ने उसे आदेश दिया था की अपने लोगो तथा रिश्तेदारो के बारें में वह किसी को नहीं बताएगी।
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एस्तेर ने अपने लोगों को या अपनी वंशावली को प्रकट नहीं किया था क्योंकि मोर्द्कै ने उसे आदेश दिया था कि वह न बताए।
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# जब एक जवान स्त्री राजा के पास जाती तो उसे क्या दिया जाता?
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# जब एक जवान स्त्री राजा के पास जाती थी तो उसे क्या दिया जाता था?
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जो भी वह जवान स्त्री चाहती उसे राजा के समुख जाने से पहले दिया जाता।
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जो भी वह जवान स्त्री कहती थी वही उसे दिया जाता था।
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# राजा के पास से एक लडकी वापस कब आती थी?
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# कोई भी लड़की राजा के पास लौट कर कब जाएगी?
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एक लडकी तब तक राजा के समुख नहीं लौटती जब तक राजा उससे अधीक प्रसन्न हो और उसे दुबारा नहीं बुलाता।
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एक लडकी तब तक राजा के सम्मुख फिर दुबारा नहीं जाती थी, जब तक कि राजा उससे अधिक प्रसन्न न हो और उसे नाम लेकर न बुलाए।
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# एस्तेर ने क्या पूछा?
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# एस्तेर ने क्या माँगा था?
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उसने कुछ नहीं माँगा लेकिन हेगे, जो राजा का अधिकारी है, जो स्त्रीयों का प्रबन्धक था उसने एस्तेर को सुझाव दिया।
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राजा के खोजे, हेगे ने जो स्त्रियों पर पर्यवेक्षक था, जो कुछ उस से कहा उसकी अपेक्षा उसने कुछ नहीं माँगा।
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# एस्तेर को राजा क्षयर्ष के समुख कब ले गए ?
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# एस्तेर को राजा क्षयर्ष के सम्मुख कब ले गए?
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एस्तेर को राजा क्षयर्ष के समुख दसवे महीने में ले जाया गया, जो तेबेत का महीना है ,उसके शासन के सातवे साल में।
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एस्तेर को राजा क्षयर्ष के सम्मुख, उसके राजसी भवन में, दसवे महीने में (जो तेबेत का महीना है), उसके शासन के सातवें साल में ले जाया गया था।
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# राजा ने एस्तेर को राजकीय मुकुट पेहेनाकर उसे रानी क्यों घोषीत किया?
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# राजा ने एस्तेर को राजसी मुकुट पहनाकर रानी क्यों घोषित किया?
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राजा ने दुसरे स्त्रीयों के मुकाबले एस्तेर से अधीक प्रेम किया और उसने राजा के समुख उसका दिल जीता उस पर राजा की कृपा दृष्ठी हुई , इसलिए राजा ने उसे राजकीय मुकुट पहना कर रानी घोषीत किया।
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राजा ने दूसरी स्त्रियों से अधिक एस्तेर से प्रेम किया और उसने राजा के सम्मुख अन्य सब कुवारियों से अधिक अनुग्रह और कृपा प्राप्त की, इसलिए राजा ने उसे राजसी मुकुट पहना कर वशती के स्थान में रानी घोषित कर दिया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# बिकतान और तेरेश राजा क्षयर्ष के साथ क्या करना चाहते थे?
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बिगथन और तेरेश राजा क्षयर्ष को हानी पहुचना चाहते थे।
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बिकतान और तेरेश राजा के दो खोजे थे जो द्वार पर संतरी थे उन्होंने अप्रसन्न होकर राजा क्षयर्ष पर हाथ उठाने की योजना बनाई थी।
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# बिगथन और तेरेश के साथ क्या हुआ?
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# बिकतान और तेरेश का क्या हुआ?
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दोनों को सूली से लटकाकर फांसी दी गई थी।
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दोनों को वृक्ष पर लटका कर फांसी दी गई थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# हमान के समुख किसने घुटने टेक दंडवत किया?
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# हामान के सामने कौन घुटने टेक कर और दंडवत करते थे?
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राजा के सारे सेवक जो द्वार पर तैनात थे हमेशा हमान के समुख घुटने टेक दंडवत करते थे।
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राजा के सब कर्मचारी जो राजा के द्वार पर तैनात थे हामान के सामने घुटने टेककर उसको दंडवत करते थे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै ने किस बात से इनकार किया?
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मोर्दकै ने राजा के सेवको की मांग को पूरा करने से मना किया।
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मोर्दकै न तो झुकता था, न ही दंडवत करता था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# हामान किसे मारना चाहता था?
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हामान मोर्दकै के साथ-साथ सभी यहूदियों को मारना चाहता था।
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हामान क्षयर्स के साम्राज्य में जितने भी यहूदी मोर्दकै की जाति के थे सब को मिटा देना चाहता था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# चिट्ठी फेकने के समय उन्होंने कौनसा महिना चुना?
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# चिट्ठी डालने के लिए उन्होंने कौन सा महीना चुना?
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चिट्ठी फेकने के समय उन्होंने बार्वाह महीना (अदार का महीना) चुना।
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राजा क्षयर्स के राज्यकाल के बारहवें वर्ष के पहले महीने अर्थात नीसान में हामान की उपस्थिति में चिट्ठी (अर्थात पूर)डाली गई, दिन प्रति दिन और माह प्रति माह: बारहवां जो अदार कहलाता है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यदी राजा यहुदीयों को मारने का आदेश दे तो हामान राजा के राजभण्डार में कितने रुपे डालने के लिए तयार था?
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# यदि राजा यहूदियों को मारने का आदेश दे तो हामान राजा के राजभण्डार में कितना धन डालने के लिए तयार था?
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यदि राजा यहूदियों को मारने का आदेश देगा तो हामान राजा के भण्डार में दस हजार किक्कार चान्दी देने के लिए तैयार था।
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यदि राजा यहूदियों को मारने का आदेश देगा तो हामान काम को करने वालों के हाथों राजा के भण्डार में दस हजार किक्कार चान्दी देने के लिए तैयार था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा के सभी प्रांतों में आज्ञा का प्रमाण पत्र कैसे पहुंचाया गया?
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# राजा के सभी प्रांतों में दस्तावेज़ कैसे पहुंचाए जाते थे?
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डाकिये राजा के प्रमाण पत्र को स्वयं सभी प्रान्तों तक पहुचाते थे।
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धावक डाकिये राजा के आज्ञा पत्र को स्वयं ही सभी प्रान्तों तक पहुंचाते थे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# शूशन ने राजा के आज्ञा का जवाब कैसे दिया?
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# शूशन ने राजा की आज्ञा पर कैसी प्रतिक्रया दिखाई?
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शूशन के शहर में बहुत घबराहट फ़ैल गयी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै कितने दूर गए? क्यों?
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# मोर्दकै कितनी दूर तक गया था? क्यों?
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मोर्देकै केवल राजा के द्वार तक गए क्योंकि टाट पहनकर किसी को उसके आगे जाने की इजाज़त नहीं थी।
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मोर्देकै केवल राजा के द्वार के सामने तक गया था क्योंकि टाट पहनकर किसी को राजा के द्वार में आने की अनुमति नहीं थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# जब एस्तेर ने मोर्दकै को वस्त्र दीए तोह उसने क्या जवाब दीया?
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# जब एस्तेर ने मोर्दकै को पहनने के लिए वस्त्र भिजवाए तो उसने कैसी प्रतिक्रया दिखाई?
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जब एस्तेर ने मोर्दकेई को पहनने के लिए वस्त्र भेजे, तो उसने स्वीकार नहीं करा।
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एस्तेर ने मोर्द्कै को पहनने के लिए वस्त्र भेजे कि उस पर से टाट का वस्त्र उतरवाए, परन्तु उसने स्वीकार नहीं किया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै ने हताक को क्या विवरण दीया?
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# मोर्दकै ने हताक को क्या विवरण दिया?
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मोर्दकै ने हताक को सारा कुछ जो उसके साथ घटा उसका विवरण दीया, और वह सारे चांदी की रकम जो हमान ने यहुदीयों को मारने के बादले राज भण्डार में डालने के लिए कही बतलाया।
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मोर्दकै ने हताक को सारा कुछ जो उसके साथ घटा उसका विवरण दिया, और उस चांदी की सटीक मात्रा जिसे हमान ने यहूदियों को मारने के बदले राज भण्डार में डालने के लिए कही बतलाया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै ने हताक को शूशन में यहुदीयों को मारने के लिए जारी कि गयी प्रमाण की सूची क्यों दी?
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# मोर्दकै ने यहूदियों के विनाश के निमित्त शूशन से निकली राजाज्ञा की नक़ल हताक को क्यों दी?
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मोर्दकै ने इस कारण ऐसा किया ताकी हताक इसे एस्तेर को दिखा सके और हताक उसे राजा के समुख जाकर नम्रता की भीक मांगने की ज़मीदारी दे,और अपने लोगो के बिनाह पर राजा से निवेदन करें।
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उसने यहूदियों के सर्वनाश का शूशन में स्थापित नियम का लेख भी उसको दे दिया कि एस्तेर को दिखाया जाए कि उसको जानकारी मिले और उसको आदेश दिया कि वह राजा के पास जाकर अनुग्रह की विनती करे तथा अपने लोगों के पक्ष में उसके सम्मुख गिडगिडाए।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यदी कोई स्त्री या पुरुष राजा के अंदरूनी भवन में बिना बुलावट के प्रवेश करें तो उसका क्या होगा?
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# यदी कोई स्त्री या पुरुष बिना बुलाए राजा के भीतरी भवन में प्रवेश करे तो उसका क्या होगा?
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यदी कोई स्त्री या पुरुष राजा के भवन में बिना इजाज़त प्रवेश करें , तो उसके लिए एक ही आदेश था - उसे मार दीया जाए – लेकिन अगर किसी के लिए राजा ने सुन्हेरा राजदंड उठाया वह जीवीत रह सकता है ।
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यदि कोई स्त्री या पुरुष राजा के भवन में बिना इजाज़त प्रवेश करें तो उसके लिए एक ही नियम था: मृत्यु दंड; लेकिन अगर राजा ने किसी के लिए अपना सुनहरा राजदंड बढाया तो वह जीवीत रह सकता था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यदी एस्तेर उस समय खामोश रही तो मोर्दकै के अनुसार क्या होगा?
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# यदि एस्तेर उस समय खामोश रही तो मोर्दकै के अनुसार क्या होगा?
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यदी एस्तेर इस समय खामोश रही तो यहुदीयों के लिए राहत और बचाव कही और से ज़रूर उत्पन्न होगा लेकिन एस्तेर और उसके पिता का घराना हमेशा के लिए नष्ट हो जाएगा ।
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परन्तु यदि तू एस्तेर इस समय खामोश रही तो यहूदियों के लिए राहत और बचाव कहीं और से ज़रूर उत्पन्न होगा लेकिन तू और तेरे पिता का घराना हमेशा के लिए नष्ट हो जाएगा ।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# एस्तेर ने मोर्दकै से क्या करने के लिए कहा?
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# एस्तेर ने मोर्दकै से क्या करने के लिए कहा?
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एस्तेर ने मोर्देकै से कहा शूशन में मौजूद सभी यहुदीयों को इकठा कर उसके लिए तीन दिन तक उपवास करे।
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एस्तेर ने मोर्देकै से कहा शूशन में मौजूद सभी यहूदियों को एकत्र कर और मेरे लिए उपवास रखो, तीन दिन और तीन रात न तो कुछ खाना और न ही कुछ पीना। मैं और मेरी युवा परिचारिकाएँ भी ऐसे ही उपवास रखेंगी। तब ऐसी परिस्थिति में मैं राजा के पास जाऊँगी जो नियम विरोधी है; यदि मैं नाश हो जाऊं तो हो जाऊं।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा के महल का भीतरी आंगन कहा था?
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# राजा के महल का भीतरी आंगन कहाँ था?
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राजा के घर के सामने भीतरी आंगन था।
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राजा के महल का भीतरी आंगन राजा के घर के सामने था।
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# राजा ने एस्तेर को भीतरी आंगन में खड़ा देखा तो उसने सुन्हेरा राजदंड उसकी ओर क्यों बढ़ाया?
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# राजा ने एस्तेर को भीतरी आंगन में खड़ा देखा तो उसने सुनहरा राजदंड उसकी ओर क्यों बढ़ाया?
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एस्तेर ने राजा के नज़र में कृपा पाई थी इस लिए उसने राजदंड को उसकी ओर बढ़ाया।
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राजा ने ज्यों ही एस्तेर को देखा कि वह आँगन में खड़ी है त्यों ही उसने उसकी दृष्टि में अनुग्रह पाया।
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# एस्तेर ने राजा से क्या अनुरोध किया?
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उसने विनती की के राजा और हमान एस्तेर के तयार किए दवात में आए।
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यदि राजा को भला लगे तो राजा हामान के साथ भोज में पधारे जो मैंने उसके लिए तैयार किया है।
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# एस्तेर ने राजा से दूसरी बार क्या विनती की?
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उसने विनती की के राजा और हमान एस्तेर के तयार किए दवात में आए।
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यदि मैंने राजा की दृष्टि में अनुग्रह पाया है और यदि राजा को मेरा निवेदन स्वीकार हो तो राजा हामान के साथ भोज में आए जो मैं उनके लिए तैयार करूंगी, और कल मैं राजा के कथनानुसार ही करूंगी।
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# हामान ने अपने परिवार को क्या वर्णन दीया?
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# हामान ने अपने परिवार से क्या वर्णन किया?
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हामान ने अपने परिवार को उसके धन की भव्यत्ता और उसके अधीक बेटे होने का वर्णन किया, और कैसी वह सभी अधिकारीयों तथा राजा के सेवको से श्रेष्ठ था यह बताया।
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हामान ने अपने परिवार को उसके धन की भव्यत्ता और उसके पुत्रों की बड़ी संख्या का और राजा ने कैसे उसे महान पद प्रदान किया और कैसे उसको राजा के सब अधिकारियों तथा व्यवस्थापकों से बड़ा बनाया आदि का वर्णन किया।
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# हामान को ऐसा क्यों लगा की दावत में बुलाहट मिलना कोई बड़ी बात नहीं है?
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# हामान की समझ में भोज में आमंत्रित होने से अधिक महत्वपूर्ण बात क्या थी?
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जब तक उसे मोर्देकै, जो यहूदी है राजा के प्रवेश द्वार में बैठा दिखाई देता तब तक उसके लिए यह दावत कुछ मूल्य की नहीं थी।
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परन्तु जब मैं उस यहूदी मोर्द्कै को राजा के फाटक में बैठा देखता हूँ तब यह सब मुझे व्यर्थ लगता है।
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# जेरेश ने हमान को क्या बनाने के लिए कहा? क्यों?
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जेरेश ने हमान को पचास हाथ ऊंचा फांसी का एक खंबा बनाने के लिए कहा जिसपर मोर्दकै को लटका सके।
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जेरेश ने हमान को पचास हाथ ऊंचा एक खंभा बनवाने के लिए कहा। और कहा कि प्रातःकाल राजा के साथ विचार करके उसे फांसी पर लटकवा दे।
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# राजा ने अपने सेवको को उसके शासन के घटनाओ का अभिलेख लाने के लिए क्यों कहा?
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# राजा ने अपने सेवकों को उसके शासन की घटनाओं का अभिलेख लाने के लिए क्यों कहा?
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उस रात राजा को नींद नहीं आयी इस कारन उसने सेवको से उसके शासन के घटनाओ का अभिलेख लाने के लिए कहा।
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उस रात राजा को नींद उड़ गई थी इसलिए उसने घटनाओं का अभिलेख लाने के लिए कहा।
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# बिगताना और तेरेश के बारें में बताने के लिए मोर्देकै को क्या आदर और पहचान मिली?
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# बिकतान और तेरेश के बारे में बताने के लिए मोर्देकै के आदर और पहचान के लिए क्या किया गया था?
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बिगताना और तेरेश के बारें में बताने के लिए मोर्देकै को कोई आदर और पहचान नहीं मिली।
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उसके लिए कुछ भी नहीं किया गया था।
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# बिगताना और तेरेश के बारें में बताने के लिए मोर्देकै को क्या आदर और पहचान मिली?
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# बिकतान और तेरेश के बारे में बताने के लिए मोर्देकै के आदर और पहचान के लिए क्या किया गया था?
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बिगताना और तेरेश के बारें में बताने के लिए मोर्देकै को कोई आदर और पहचान नहीं मिली।
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बिकतान और तेरेश के बारें में बताने के लिए मोर्देकै को कोई आदर और पहचान नहीं मिली थी।
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# राजा ने जब हमान से पूछा के एक व्यक्ती जिसका आदर राजा करना चाहता है उसके लिए राजा को क्या करना चाहिए, हामान को क्या लगा कि राजा किसके विषय में बात कर रहा है।
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# राजा ने जब हमान से पूछा, एक व्यक्ति है जिसका आदर करने में राजा प्रसन्न है तो उसके लिए क्या करना चाहिए, तब हामान को क्या लगा कि राजा किसके विषय में बात कर रहा है?
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राजा ने जब हमान से पूछा के एक व्यक्ती जिसका आदर राजा करना चाहता है उसके लिए राजा को क्या करना चाहिए तब हामान को लगा राजा उसका आदर करने के लिए ऐसा पूछ रहा है।
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इस पर हामान ने मन में कहा, “मुझ से अधिक राजा किसकी प्रतिष्ठा करना चाहता होगा?”
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# जिसका आदर राजा करना चाहते है उसे कौन वस्त्र पेहेनाकर, सडको पर घोड़े पर कर कौन दौरा कराएगा?
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# जिसका आदर करने में राजा प्रसन्न हो उसे कौन वस्त्र पहनाकर और घोड़े पर बैठा कर नगर की सड़कों पर घुमाएगा?
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राजा का सबसे काबील राजकीय अधीकारी उस व्यक्ती को वस्त्र पहना कर आदर देगा और शहर के सडको पर दौरा कराएगा जिसको राजा ने आदर के लिए नियुक्त किया है।
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राजा के सर्वाधिक कुलीन अधीकारियों में से एक जन यह सब करेगा।
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# मोर्दकै को वस्त्र पहना कर सडको पर घोड़े पर सवार कर कौन ले गया?
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हामान ने मोर्देकै को वस्त्र पहना कर पुरे शेहर में घोड़े पर सवार कर घुमाया।
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अतः हामान ने वस्त्र और घोड़ा लिया और मोर्देकै को वस्त्र पहनाकर और घोड़े पर बैठा कर शहर के चौक में घुमाया और उसके आगे-आगे कहता गया, “जिसकी प्रतिष्ठा करने में राजा प्रसन्न हो उसके साथ ऐसा ही किया जाएगा!”
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# हामान के बुद्धिमान सभासदों और उसकी पत्नी ने क्या चेतावनी दी?
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# हामान के बुद्धिमान पुरुषों और उसकी पत्नी ने क्या चेतावनी दी?
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उसके बुधीमान सभासदों और पत्नी ने हमान से कहा यदी मोर्देकै यहूदी है तो, हमान उस पर विजय नहीं प्राप्त कर सकता, और उसके आगे हामान ज़रूर दंडवत करेगा।
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यदि मोर्दकै, जिसके सामने तेरा पतन होना आरम्भ हो गया है, यहूदियों में से है, तो तू उस पर प्रबल नहीं हो पाएगा, परन्तु उसके सामने नीचा अवश्य हो जाएगा।
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# एस्तेर की क्या विनती थी?
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# एस्तेर ने राजा क्षयर्ष से क्या विनती की थी?
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एस्तेर अपना जीवन और अपने लोगो का जीवन भी अपने पास चाहती थी।
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मेरे निवेदन से मुझे और मेरे मांगने से मेरे लोगों को प्राणदान मिले।
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# यदी उसके लोग सिर्फ बंधवाई में बेचे जाते तोह एस्तेर ने क्या कहा कि वह उनके लिए करती?
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# यदि उसके लोग सिर्फ बंधुआई में बेचे जाते तो एस्तेर ने क्या कहा कि वह उनके लिए करती?
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यदी उसके लोग सिर्फ बंधवाई में बेचे जाते तोह उसने कहा की वह खामोश रहती।
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यदि हम लोग दास और दासियाँ होने के लिए बेच दिए गए होते तो मैं चुप रहती।
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# एस्तेर ने किस व्यक्ती का वर्णन, “एक विरोधी , वह दुश्मन कहकर किया?
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# एस्तेर ने किस व्यक्ति का वर्णन, “एक विरोधी” व “दुश्मन” कहकर किया?
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एस्तेर ने ऐसा हामान का वर्णन करते हुए कहा।
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एक विरोधी और एक दुश्मन, यह दुष्ट पुरुष हामान है।
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# जब राजा शराब पीते हुए क्रोध से उठे तो हामान ने क्या किया?
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# जब राजा क्रोधित होकर मदिरा पीने से उठ गया तब हामान ने क्या किया?
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जब राजा शराब पीते हुए क्रोध से उठे तो हामान ने रानी एस्तेर से जीवन की भीख मांगी।
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परन्तु हामान वहीं रुका रहा कि रानी एस्तेर से जीवन की भीख मांगे।
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# हामान जब खाट पर गीरा जहा एस्तेर थी तोह राजा को क्या लगा कि हामान क्या कर रहा है?
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# हामान जब तख़्त पर गिरा जिस पर एस्तेर बैठी थी तो राजा को क्या लगा कि हामान क्या कर रहा है?
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हामान जब खाट पर गीरा जहा एस्तेर थी तब राजा को लगा की हामान उसके समुख रानी एस्तेर पर आक्रमन कर रहा है।
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हामान जब उस तख़्त पर गिरा जिस पर एस्तेर थी तब राजा को लगा कि हामान उसी के सामने रानी एस्तेर के साथ दुष्कर्म का प्रयास कर रहा है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा ने हामान को कहा लटकाने के लिए काहा?
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# राजा ने हामान को कहाँ लटकाने के लिए कहा?
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मोर्देकै के लिए जो हामन ने फ़ासी का फंदा बनाया था उसपर हामान और उसके परिवार को टांगने के लिए कहा।
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हामान ने मोर्देकै के लिए जो पचास हाथ ऊंचा फ़ासी का खंभा अपने घर के सामने बनाया था उसी पर राजा ने हामान को लटकाने की आज्ञा दी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै ने राजा के समुख सेवकाई क्यों शुरू की?
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एस्तेर ने राजा को उसके मोर्देकै के साथ रिश्ते के बारें में बतलाया इस कारण मोर्देकै राजा के समुख सेवा में शामिल हुआ।
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और मोर्द्कै राजा के सम्मुख रहने लगा क्योंकि एस्तेर ने बता दिया था कि वह उसका क्या लगता था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै हामान की संपत्ति का कर्यभारी क्यों था?
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# मोर्दकै हामान की संपत्ति का कार्यभारी क्यों हुआ?
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एस्तेर ने मोर्दकै को हामान की संपत्ति का कार्यभारी नियुक्य किया।
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और एस्तेर ने मोर्दकै को हामान के घर का अधिकारी नियुक्त कर दिया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा ने ऐसा क्या किया की एस्तेर उसके समुख खडी हो सके?
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# राजा ने ऐसा क्या किया कि एस्तेर उसके सम्मुख खडी हो सके?
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राजा ने एस्तेर पर सुनहरा राजदंड रखा ताकी वह राजा के समुख उठ खडी हो सके।
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राजा ने एस्तेर की ओर सुनहरा राजदंड बड़ा दिया था जिसके कारण वह राजा के सम्मुख उठकर खडी हो पाई थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# हामान ने कौनसे पत्र लिखे?
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# हामान ने कौन से पत्र लिखे?
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हामान ने राजा के सारे प्रान्तों में मौजूद यहुदीयों को मारने के पत्र लिखे।
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हामान ने राजा के सब प्रान्तों में मौजूद यहूदियों को मारने के लिए पत्र लिखे थे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा के नाम से एस्तेर को दुसरा प्रमाण यहुदीयो के लिए क्यों जारी करना पडा?
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# एस्तेर को यहूदियों के लिए राजा के नाम में दूसरी आज्ञा क्यों लिखनी पडी थी?
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पहला प्रमाण जो राजा के नाम से लिखा गया और उसपर राजा के अंगूठी के मोहर लगी उसे रद्द नहीं किया जा सकता इस कारण एस्तेर ने दुसरा प्रमाण राजा के नाम से जारी किया।
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अतः तेरी दृष्टि में यहूदियों के लिए जो भी उचित हो उसे राजा के नाम में यहूदियों के लिए लिख दे और उस पर राजा की अंगूठी की मोहर लगा दे, क्योंकि राजा के नाम में लिखी गई और उसकी अंगूठी की मोहर उस पर लगा दी गई तो उसको निरस्त करने वाला कोई नहीं हो सकता था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा के शास्त्रीयों को कब बुलाया गया?
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# राजा के शास्त्रियों को कब बुलाया गया?
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राजा के शास्त्रीयों को तीसरे महीने में जिसे सीवान कहते है उसके तेएस्वे दीन बुलाया गया।
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राजा के शास्त्रियों को तीसरे महीने में जिसे सीवान कहते है उसके तेईसवें दिन बुलाया गया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# राजा ने यहूदियों को किस बात को करने की अनुमति दी?
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राजा ने सभी यहुदीयों को एक होकर अपने जीवन को बचाने की अनुमति दी जिस लिए वह उन्हें हानी पहुचानेवाले हर एक को मार सकते है, और लुट भी सकते है, चाहे वह सेना हो या कोई स्त्री, बच्चे, या किसी भी प्रांत से हो।
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राजा ने नगर-प्रति-नगर सभी यहूदियों को एक होकर अपने जीवन को बचाने की और उन पर आक्रमण करने वाली किसी भी जाती या प्रान्त की शक्ति का नरसंहार करके उसको मिटा डालने की अनुमति दे दी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# उस भूमी के कई लोग यहूदी क्यों बने?
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# उस प्रदेश में विभिन्न जाति के लोग यहूदी क्यों बने?
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यहुदीयों का डर उनपर बना रहा जिस कारण विभन्न लोग यहूदी बने।
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औए उस देश की विभिन्न जातियों के लोग यहूदी बन गए क्योंकि उन पर यहूदियों का भय छाया हुआ था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यहूदियों के विरुद्ध कोई क्यों नहीं खड़ा हो सकता?
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# यहूदियों के विरुद्ध कोई क्यों नहीं खड़ा हो सकता था?
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यहुदीयों के डर ने सबको घेरा था इस कारण उनके समुख कोई खड़ा नहीं हो सकता था।
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परन्तु एक भी मनुष्य उनके सम्मुख खड़ा नहीं हुआ क्योंकि उनका आकस्मिक भय सब मनुष्यों पर छा गया था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यहुदीयों ने अपने शत्रुओं के साथ क्या व्यवहार किया?
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# यहूदियों ने अपने शत्रुओं के साथ कैसा व्यवहार किया?
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यहुदीयों ने अपने शत्रुओं पर तलवार द्वारा हमला किया और उन्हें मारकर और नष्ट करके, जिसने उनसे नफरत की उनसे उन्होंने अपने मर्जी अनुसार बर्ताव किया।
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यहूदियों ने अपने शत्रुओं पर तलवार द्वारा हमला किया और उन्हें मारकर और नष्ट करके, जिन्होंने उनसे नफरत की उनसे उन्होंने अपनी मर्जी के अनुसार बर्ताव किया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यहूदियों ने किसको मारा?
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यहुदीयों ने शूशन के पांचसो लोग मारे, जिसमे हामान के दस बेटे भी थे।
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यहूदियों ने शूशनगढ़ के पांच सौ लोग मारे, जिसमें हामान के दस बेटे भी थे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# हामन के दस बेटो के म्रृत शरीर का क्या हुआ?
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# हामान के दस बेटो के मृत शरीरों का क्या हुआ?
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हामान के दस बेटो का शरीर फासी के तख्ते पर लटकाया गया।
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“हामान के दसों पुत्र फांसी के खम्भों पर लटकाए जाएं” और राजा ने इसकी आज्ञा दे दी और शूशन में राजाज्ञा घोषित की गई और उन्होंने हामान के दासों पुत्रों को फांसी दे दी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अदार के चौदहवे दीन पर यहुदीयों ने कितने लोगो को मारा?
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# अदार महीने के चौदहवें दिन यहूदियों ने कितने लोगो को मारा?
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अदार महीने के चौदहवें दिन यहूदियों ने शूशन के तीनसो लोग और मारे।
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अदार महीने के चौदहवें दिन यहूदियों ने शूशन में तीन सौ लोग और मारे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# गाव में रहने वाले यहूदी अदार महीने के चौदहवे दीन को आनंद और उत्साह से क्यों मनाते है?
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# गांव में रहने वाले यहूदी अदार महीने के चौदहवें दिन को आनंद और उत्साह का दिन क्यों मनाते है?
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गाव में रहने वाले यहुदीयों ने इस दीन लोगो को मारना बंद कर विश्राम किया, इस कारण वह इस दीन को पुरे उत्साह और दावत से मनाते है।
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यह अदार महीने के तेरहवें दिन को किया गया और उन्होंने विश्राम किया। उस महीने के चौदहवें दिन को तब उन्होंने भोज और आनंद का दिन ठहराया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# गाव में रहने वाले यहूदी अदार महीने के चौदहवे दीन को आनंद और उत्साह से क्यों मनाते है?
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# शूशन में रहने वाले यहूदी अदार महीने के पन्द्रहवें दिन को आनंद और उत्सव का दिन क्यों मानते हैं?
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गाव में रहने वाले यहुदीयों ने इस दीन लोगो को मारना बंद कर विश्राम किया, इस कारण वह इस दीन को पुरे उत्साह और दावत से मनाते है।
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परन्तु शूशन के यहूदी इस महीने के तेरहवें और चौदहवें दिन एकत्र हुए थे इसलिए उन्होंने पन्द्रहवें दिन विश्राम किया तथा उस दिन को उन्होंने भोज करने और आनंद मनाने का दिन ठहराया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# गाव में रहने वाले यहूदी अदार महीने के चौदहवे दीन को आनंद और उत्साह से क्यों मनाते है?
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# गांव में रहने वाले यहूदी अदार महीने के चौदहवे दिन को आनंद और उत्साह से क्यों मनाते है?
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गाव में रहने वाले यहुदीयों ने इस दीन लोगो को मारना बंद कर विश्राम किया, इस कारण वह इस दीन को पुरे उत्साह और दावत से मनाते है।
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इस कारण गांव में रहने वाले और बिना शहरपनाहों में रहने वाले यहूदी अदार महीने के चौदहवें दिन को आनंद मनाने और भोज करने का तथा एक शुभ दिन मानते हैं।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै ने कितने बार यहूदियों को अदार के चौदहवें और पंद्रहवें दिन को मानने का आग्रह किया?
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# मोर्दकै ने यहूदियों से अदार के चौदहवें और पंद्रहवें दिन को कब तक मानने का आग्रह किया?
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मोर्दकै ने हर साल यहुदीयों को अदार के चौदहवे और पंद्रहवे दीन को मनाने का आग्रह किया।
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मोर्दकै ने राजा क्षयर्स के सब प्रान्तों में, दूर और पास के यहूदियों को पत्र भेजे कि वर्ष-प्रति-वर्ष वे अदार महीने के चौदहवें को और उसी महीने के पन्द्रहवें दिन को माना करें।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोर्दकै ने कितने बार यहूदियों को अदार के चौदहवें और पंद्रहवें दिन को मानने का आग्रह किया?
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# मोर्दकै ने यहूदियों से अदार के चौदहवें और पंद्रहवें दिन को कब तक मानने का आग्रह किया?
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मोर्दकै ने हर साल यहुदीयों को अदार के चौदहवे और पंद्रहवे दीन को मनाने का आग्रह किया।
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मोर्दकै ने राजा क्षयर्स के सब प्रान्तों में, दूर और पास के यहूदियों को पत्र भेजे कि वर्ष-प्रति-वर्ष अदार महीने के चौदहवें दिन और उसी महीने के पन्द्रहवें दिन को माना करें।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यहूदी और उनके वंशज पुरीम को पूर्ण विश्वास्योग्यत्ता से मनाने से क्यों नहीं चुकते है?
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# यहूदी और उनके वंशज पूरीम को पूर्ण निष्ठा से मनाने में क्यों नहीं चूकते है?
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यहूदी और उनके वंशज कभी भी न भूले इस कारण वह पूरीम को पुरे विश्वासयोग्यता से मनाने से नहीं चुकते थे।
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अतः ये दिन पीढी-प्रति-पीढी, परिवार-प्रति-परिवार, प्रान्त-प्रति-प्रान्त, और नगर-प्रति-नगर स्मरण किए और माने जाएंगे, और पूरीम के ये दिन यहूदियों में कभी मिटने न पाएँ और उनके वंशजों में इनका स्मरण कभी समाप्त न हो।
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# राजा क्षयर्ष ने कहा पर कर लगाया था?
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# राजा क्षयर्ष ने कहाँ-कहाँ पर कर लगाया था?
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राजा क्षयर्ष ने भूमी और समुद्र तट पर कर लगाया था।
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राजा क्षयर्ष ने देश और समुद्र के टापू दोनों पर कर लगाया था।
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# राजा क्षयर्ष के सामर्थ तथा बल के बारें में कहा लिखा गया था?
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# राजा क्षयर्ष के सामर्थ्य तथा बल की उपलब्धियों के बारें में कहाँ लिखा गया था?
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उसके बल और सामर्थ के बारें में मादै और फारस के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा गया था।
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उसके बल और सामर्थ्य के कामों के बारे में, और मोर्द्कै की महानता, का विवरण, जिसके कारण राजा ने उसको सर्वोच्च प्रतिष्ठा प्रदान की, मादै और फ़ारस के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा गया था।
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# मोर्दकै जो यहूदी था उसका का पद क्या था?
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# मोर्दकै जो यहूदी था उसका पद क्या था?
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राजा क्षयर्ष के बाद मोर्देकै जो यहूदी था दुसरे स्थान पर था।
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राजा क्षयर्ष के बाद मोर्देकै जो यहूदी था, वह दूसरे स्थान पर था।
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# मोर्देकै यहुदीयों के बीच महान और उसके अधीक यहूदी भाइयों में मशहूर क्यों था?
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# मोर्देकै यहूदियों के बीच महान और उसके अनेक यहूदी भाइयों में मशहूर क्यों था?
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मोर्देकै ने अपने लोगो की भलाई सोची और अपने लोगो के शांती के लिए बात की इस कारण वह यहुदीयों के बीच महान और उसके अधीक यहूदी भाइयों में मशहूर था।
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क्योंकि यहूदी मोर्देकै क्षयर्ष राजा ही के नीचे था और यहूदियों की दृष्टि में महान था और अपने असंख्य भाइयों में पक्षपोषित था क्योंकि वह अपने लोगों की भलाई की खोज में रहता था और सब वंशजों से शान्ति की बातें करता था।
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Reference in New Issue